मेरठ न्यूज: नवम्बर – 2021 ‘‘यातायात माह’’ के रूप में मनाया गया।

संवाददाता: मनीष गुप्ता
गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी माह नवम्बर-2021 ‘‘यातायात माह’’ के रूप में मनाया गया। यातायात माह का शुभारम्भ 01 नवंबर को यातायात जागरूकता रैली को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मेरठ प्रभाकर चौधरी जी के द्वारा हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया था। पुलिस महानिदेशक महोदय के निर्देशानुसार इस माह में ‘‘सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा’’ से सम्बन्धित अनेक यातायात जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। जैसा कि देखने में आ रहा है कि सड़कों पर दिन-प्रतिदिन वाहनों के बढ़ते हुए दबाव एवं वाहनों से होने वाली सड़क दुर्घटनाऐं एक गम्भीर समस्या बनती जा रही हैं। यातायात माह के दौरान यातायात पुलिस एवं नागरिक पुलिस द्वारा कुल चालान-33062 व कुल सीज-219 वाहन किए गए। और किए गए। चालानों से 2909700 (उनतीस लाख नौ हजार सात सौ) रू0/- शमन शुल्क की धनराशि वसूल की गई।
मेरठ में 01 जनवरी 2021 से 15 नवम्बर तक कुल 659 सड़क दुर्घटनाएं हुई है। जिनमें 308 व्यक्तियो की मृत्यु एवं 453 व्यक्ति घायल हुए। सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी का अभाव, यातायात नियमों के प्रति जागरूक न होना, नियमों का पालन न करना तथा लापरवाही से वाहन चलाना होता है। सड़क दुर्घटनाओं में 16 वर्ष से 30 वर्ष की आयु के युवा व्यक्तियों की मृत्यु का ग्राफ अधिक है। जिसका मुख्य कारण दोपहिया वाहन चालकों द्वारा हेल्मेट धारण न करना, चार पहिया वाहन चालकों द्वारा सीट बैल्ट न लगाना, वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बातचीत करना, लापरवाही, गलत दिशा (रॉग साईड) व तेजगति से वाहन चलाना, नाबालिग युवाओं द्वारा वाहन चलाना तथा वाहनों पर स्टंट आदि करने के साथ-साथ नशा करके वाहन चलाना भी मुख्य कारण है। इन पर अंकुश लगाये जाने की दृष्टि से युवाओं की भी इस माह विशेष रूप से चैकिंग किए जाने के साथ-साथ उनको सेमिनार के माध्यम से यातायात नियमों की जानकारी दी गई।
शासन के शासनादेश 30 जुलाई 2020 के द्वारा यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले वाहन चालकों के विरूद्ध जुर्माने की धनराशि बढ़ायी गई है। शासन द्वारा जुर्माने की धनराशि बढ़ाये जाने से इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए है। 21 अक्टूबर 2020 के द्वारा जनपद में वर्ष 2020 में हुई सड़क दुर्घटनाओं में मृत व्यक्तियों की संख्या के सापेक्ष वर्ष 2021 में 10 प्रतिशत की कमी लाए जाने हेतु दिए गए निर्देशों का अनुपालन किए जाने से भी सड़क दुर्घटनाओं, मृत्यु एवं घायलों की संख्या में कमी लाए जाने का जनपद स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहा है। सड़क सुरक्षा के मानकों का पालन करने के चार आवश्यक स्तम्भ है, जिन्हें 4E के नाम से जाना जाता है। इसके अन्तर्गत शिक्षा, प्रवर्तन, अभियांत्रिकी, आपातकालीन देखभाल है। इन चारों पहलुओं का सड़क दुर्घटना और मृत्यु कम करने में बहुत योगदान है। शिक्षा के दृष्टिगत यातायात माह के दौरान यातायात पुलिस की टीम द्वारा मिशिका एजुकेशनल एण्ड वेलफेयर सोशायटी के सहयोग से छात्र/छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी एवं सड़क संकेतों का प्रशिक्षण सैमिनार आयोजित करके दिए गए।
आम जनता व वाहन चालकों को यातायात नियमों से सम्बन्धित पम्पलेट व पोस्टर्स का वितरण भी किया गया। कम्यूनिटी एफएम रेडियों एवं प्रचार-प्रसार वाहन (ई-कार्ट) के माध्यम से यातायात नियमों का प्रचार-प्रसार कर आम-जन को जागरूक किया गया। उत्तर प्रदेश शासन की मंशानुसार दीपावली मेले में यातायात पुलिस/नागरिक पुलिस का स्टॉल लगाकर यातायात नियमों व महिला अपराधो में कार्यवाही हेतु प्रचलित 1090,181 आदि सेवाओ की जानकारी प्रोजेक्टर के माध्यम से शिक्षाप्रद विडियोज, दुघर्टनाओं से सम्बन्धित विडियों फुटेज आमजन/स्कूली छात्र-छात्राओं, एनसीसी कैडेटस व स्काउट छात्र-छात्राओं के साथ-साथ सार्वजनिक स्थानों एवं भीड-भाड़ वाले स्थानों पर भी वाहन चालकों व आम जनता को जागरूक करने के उद्देश्य से दिखाई गई। ताकि वाहन चालक ऐसी विडियोज देखकर सड़को पर आवागमन के समय लापरवाही न बरतने की सीख ले सकें तथा सम्भावित दुघर्टनाओं से बचा जा सकें।
प्रवर्तन के दृष्टिगत यातायात माह के दौरान जनसामान्य को जागरूक किए जाने अतिरिक्त सड़क दुर्घटना में घातक कारकों एवं निरोधात्मक कारकों पर प्रत्येक दिवस अभियान चलाते हुए यातायात पुलिस एवं नागरिक पुलिस द्वारा कार्यवाही की गयी । प्रवर्तन कार्यक्रम के अन्तर्गत सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाये जाने के उद्देश्य से शहर क्षेत्र एवं विभिन्न मार्गों पर यातायात पुलिस/नागरिक पुलिस व परिवहन विभाग के सहयोग से विशेष चैकिगं अभियान चलाया गया ।