मेरठ न्यूज: मेरठ पुलिस द्वारा असहाय व्यक्तियों को नि:शुल्क भोजन वितरण किया गया।

संवाददाता: रेनू
मेरठ जिले में खाना मिलने पर साधुओं संतों के चेहरों पर संतोष है. लॉकडाउन के और बढ़ने की चर्चा से यह बहुत डरे हुए हैं। ऐसे में इनके लिए दो वक्त का खाना बड़ी नेमत है. जिनके डंडों से ये सारी जिंदगी डरे रहे, अब उन्हें दुआएं दे रहे हैं
देश में कोरोनावायरस की वजह से बहुत दिनों के लिए सबकुछ बंद होने का सबसे ज्यादा असर गरीब लोगों पर पड़ा है। तमाम गरीब ऐसे हैं, जिनके पास खाने का इंतजाम भी नहीं है. मेरठ पुलिस ने ऐसे तमाम लोगों को खाना खिलाने की जिम्मेदारी ली है. शायद हर भूखे को वह खाना न खिला पाएं, लेकिन फिर भी काफी का पेट भरेगा। पुलिस अब एक नए रोल में है। बहुत सारे लोग जो रोज कमाते और खाते थे, लॉकडाउन की वजह से उनका काम-धंधा बंद हो गया है। बहुत सारे लोग पुलिस के पास सिफारिशें कर रहे हैं कि उनके पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है। फुटपाथ पर लोगों की कतार लगी है. ये वो लोग हैं जो रोजाना कमाने खाने वाले थे और जिनका रोजगार बंद हो गया है।
इनमें कोई फकीर है, जिसे अब कोई भीख देने वाला नहीं।कोई रिक्शा वाला है, जिसके रिक्शे पर बैठने को अब कोई सवारी नहीं है। कुछ मजदूर भी हैं, जिनके पास कोई मजदूरी नहीं. पुलिस ने अब इन्हें दोनों वक्त खाना खिलाने की जिम्मेदारी ले ली है।इनकी खिदमत में ढेरों पुलिस लगी हुई है। सदर बाजार बेगम पुल पर जरूरतमंद कामगार व मजदूर लोगों को साईं कालीन निशुल्क भोजन कराते हुए। सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक श्रीमान बिजेंद्र जी बताया कि यह कार्य तब तक रहेगा जब तक हालत सामान्य नही हो जाते।कोरोना वायरस के चलते आश्रमों के अन्नक्षेत्र बंद होने से सैकड़ों साधू-संतों के लिए दो वक्त का खाना एक बड़ी चुनौती बन गया है। साधुओं का कहना है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो कोरोना से पहले उन्हें भूख मार डालेगी। संतों के मुताबिक, वह जब लोगों के द्वार पर भोजन मांगने जाते हैं तो घरवाले उन्हें दूर भगा देते हैं। तीर्थ यात्रा बंद होने से अब उनसे कोई यह भी पूछने वाला नहीं है कि उन्होंने भोजन किया या नहीं किया। भोजन के बारे में पूछने पर एक संत ने कहा, ‘हमने 2 दिन से भोजन नहीं किया है। ऐसे ही बस अपना समय काट रहे हैं। किसी के यहां मांगने जाते हैं तो कोई हमें भोजन नहीं देता।’
इनका पहले हैंड सैनिटाइजर कराया गया है. दूरियां बना दी गई हैं, ताकि सुरक्षित रहें. साथ ही इनलोगों को एक-एक पानी की बोतल और एक-एक साबुन भी दिया गया है ताकि ये जब भी खाना खाएं पहले अपना हाथ धोएं।फिर खुद ही सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक श्रीमान बिजेंद्र जी ने अपने हाथों से साधुओं- संन्यासियों को नि:शुल्क भोजन वितरण किया। ऐसे पुलिस अधीक्षक की पुरे देश को जरूरत है।