Etawah News: बंदरों के आंतक से आम जनमानस बेहाल

संवाददाता: मनोज कुमार
जसवंतनगर (इटावा): घनी आबादी वाली जगहों पर बंदर लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं। सुबह-शाम होते ही घर की छतों पर बैठे नज़र आने लगते हैं। सूख रहे कपड़ो को फाड़ देते हैं, जिससे आम जनमानस में भय की स्थिति बनी रहती है। इन जानवरों पर न तो नगर पालिका का ध्यान है और न ही वन विभाग ध्यान दें रहा है।
नगर के सब्जी मंडी, क्रय-विक्रय मंडी, रामलीला रोड, गल्ला मंडी, थाना परिसर के चारों ओर बंदरों का गुट बना रहता हैं। ऐसा ही मामला हाईवे की तरफ बनी कॉलोनी सिद्धार्थपुरी में बंदरों का आंतक से लोग भयभीत रहते हैं मोहल्ले की रहने वाली ग्रहणी ज़ब शाम के वक्त सूखे कपडे लेने गई तो बंदरों ने आकर चारों तरफ से घेर लिया और काटकर घायल कर दिया वहीं मोहल्ला सिद्धार्थपुरी निवासी 65वर्ष रामनारायन छत पर सूखे कपडे उठाने गए तो चारों ओर छतों पर बैठे बंदरों ने हमला कर घायल कर दिया।
पिछले एक हफ्ते में दो लोगों को बन्दर घायल कर चुके हैं। इतना ही नहीं रामलीला मार्ग गुजरने वाले रहगीरों को भी बंदर काट चुके हैं। ऐसी ही बर्दात नगर के फक्कपुरा में बंदर के झपड्डे के डर से छत से गिरकर मौत हो गई थी। क्या होता है ज़ब लोग किसी न किसी काम से छत पर जाते है और बंदर को देख भयभीत होकर भागने का प्रयास करते है तो बंदर काटने को दौड़ते है। इस समय आलम ये है कि बंदर झुण्ड बनाकर मौका पाकर घर में प्रवेश कर जाते है फ्रिज खोलकर सामग्री को बर्बाद कर देते है कपडे फाड़ देते है। ऐसी स्थिति में नगर पालिका की तरफ से वन विभाग द्वारा ऐसे आदमखोर बंदरों को पकडे।