Etawah News: संविधान दिवस पर आम जनमानस के साथ मौलिक कर्तव्यों के पालन की ली शपथ

संवाददाता मनोज कुमार राजौरिया
इटावा: संविधान दिवस पर गुरुवार को एससी एसटी प्रकोष्ठ अध्यक्ष डॉ धर्मेन्द्र कुमार ने अपने परिसर में अपने सहयोगियों के साथ संविधान की शपथ दिलाई। सभी ने मौलिक कर्तव्यों की पालन की शपथ ली व संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा की संविधान की उद्देशिका को पढ़कर सुनाया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को संविधान में बताए गए मानव के कर्तव्यों का पालन करने का संकल्प दिलाते हुए संविधान से जुड़ी जानकारियां दी गईं। उन्होंने कहा कि भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। भारतीय संविधान देश की आत्मा है। उन्होंने समता के अधिकार व संवैधानिक अधिकारों की भी चर्चा की। भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर की ओर से 26 दिसंबर को देश को एक सशक्त संविधान सौंपा गया था। तब से लेकर अब तक संपूर्ण भारत उसी संविधान की छांव में फलफूल रहा है।
इस कारण मनाते है संविधान दिवस
हर वर्ष 26 नवंबर का दिन देश में संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 26 नवंबर को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है। 26 नवंबर 1949 को ही देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था। हालांकि इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था। वर्ष 2015 में संविधान के निर्माता डॉ. आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवंबर को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने इस दिवस को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने के केंद्र सरकार के फैसले को अधिसूचित किया था। संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।