Etawah News: कोरोना महामारी के दौरान क्षेत्र में एक परिवार में अनोखी शादी संपन्न हुई

संवाददाता आशीष कुमार
जसवंतनगर/इटावा। कोरोना महामारी के दौरान क्षेत्र में यहां एक परिवार में अनोखी शादी संपन्न हुई जिसमें भारतीय संविधान को साक्षी मानते हुए बिना दान-दहेज महज चंद मिनटों में शादी कर दूल्हा दुल्हन ने बड़े बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया। बिन माता-पिता की पुत्री के साथ दहेज रहित शादी करने वाले दूल्हे की सराहना करते लोग थक नहीं रहे थे।
हमारे समाज में अधिकांशत: शादी की तैयारियां महीनों से शुरू हो जाती हैं और शादी वाले दिन भी पूरे दिन और रात कोई ना कोई गतिविधियां चलती रहती हैं जिसमें टीका लगन मंडप फेरे कन्यादान विदाई आदि रस्में होती हैं। किंतु सभी रीतिरिवाजों को धता बताकर यहां एक अनोखी शादी देखने को मिली जिसमें वेद मंत्रोच्चार क्रिया कर्म कांड पूजा फेरे वगैरह कुछ नहीं हुआ। यहां तक कि विवाह की रस्म पूरी कराने व मंत्रो को पढ़ने वाले पंडित जी ही गायब थे। हैरानी की बात यह रही कि न ही सात फेरे हुए और न ही कन्यादान की रस्म निभाई गई। शादी की सारी रस्में समाप्त की गईं। सिर्फ व सिर्फ मेहमानों को साक्षी मानते हुए वर-वधू ने भारतीय संविधान को साक्षी मानकर शपथ पत्र पर दुःख सुख में साथ जीने मरने का संकल्प लिया और सिर्फ एक दूसरे को माला पहनाकर शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करते हुए जीवन साथी बन गए।
दूल्हा बने चक सलेमपुर गांव निवासी अटल बिहारी पुत्र राम प्रसाद व दुल्हन रजनी पुत्र विजय पाल सिंह दिल्ली निवासी की शादी इस तरह चंद मिनटों में ही संपन्न हो गई। अटल बिहारी बताते हैं कि जिस दिन उनका रिश्ता दिल्ली की रजनी के साथ तय हुआ तभी से तय कर लिया था कि विवाह सादगी से करेंगे। अटल बताते हैं कि उनकी पत्नी के माता-पिता नहीं हैं। बड़ा भाई मुकेश चंद्र जो स्टेशनरी की दुकान चलाते हैं। विषम परिस्थितियों में रजनी ने एमए बीएड बीसीए सॉफ्टवेयर किया है। अटल बिहारी खुद भी एमए बीएड नेट सहित पीएचडी कर रहे हैं।
डॉ धर्मेंद्र कुमार ने नव दंपत्ति को शपथ दिलाकर उन्हें शुभकामनाएं दींl इस अवसर पर कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास, प्रसपा नेता पूर्व कमिश्नर शंभू दयाल दोहरे, बुद्धिस्ट सोसायटी ऑफ इंडिया के मंडल प्रभारी डीआर दोहरे, इकदिल ब्लॉक मिशन के संयोजक दीपक राज, बसपा नेता हाशिम खान, समाजसेवी सतीश शाक्य, पूर्व सभासद मोहम्मद जहीर एवं कार्यक्रम में आए गणमान्य नागरिकों ने आदर्श विवाह की प्रशंसा करते हुए नव दंपति को शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस पद्धति से समाज में बेटियों की हिफाजत तथा संरक्षण होगा।