BiharNews स्थापना के 12 सालों में गरीबों के स्वास्थ्य के प्रति प्रतिदिन सजग हो रहा राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन:गरिमा

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत नगर निगम के पदाधिकारी एवं नगर पार्षदगण के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजन किया बुधवार को किया गया।
जिला मुख्यालय के निजी होटल के सभागार में आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन अर्थात एनयूएचएम की स्थापना एक मई 2013 को किया गया था। 12 सालों में बेतिया नगर निगम नगर निकाय के गरीब लोगों तक निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं को उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। महापौर ने अपने नगर पार्षदगण को विस्तार से बताया कि एनयूएचएम अर्थात नेशनल अर्बन हेल्थ मिशन का उद्देश्य शहरी गरीबों के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करते हुए शहरी गरीब आबादी की स्वास्थ्य देखभाल के साथ ही रोगी का मुफ्त इलाज करना निर्धारित है। ताकि, उन्हें आवश्यक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और जरूरी सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें और इलाज के लिए उनकी जेब से होने वाले खर्च को कम किया जा सके। महापौर ने तम्बाकू सेवन से जन स्वास्थ्य को हो रहे बड़े नुकसान के प्रति समाज को विशेष कर युवा पीढ़ी को सचेत करना भी आज के दौर में बहुत जरूरी है। कार्यशाला में नगर निगम क्षेत्र के नगर पार्षदगण शामिल हुए।संचालन जिला स्वास्थ्य समिति सदस्य सह डीसीएम राजेश कुमार ने किया। वही सिविल सर्जन सह जिला स्वास्थ्य समिति के सचिव डॉ. विजय कुमार चौधरी ने महापौर की बातों के समर्थन में कहा कि अगर तम्बाकू सेवन और नशाखोरी से हो रहे नुकसान का ज्ञान अब तक नहीं हो पाया हो तो किसी भी कैंसर अस्पताल या वार्ड में इलाजरत मरीजों की स्थिति जरूर देख आए। डॉ चौधरी ने यह भी बताया कि हर एक व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ पहुंचे, इसके लिए सरकार और जिला स्वास्थ्य समिति लगातार कार्यरत्त और सजग रूप से प्रयासरत है। लेकिन इसका प्रचार प्रसार और लक्षित वर्ग में जागरूकता को लेकर आप जनप्रतिनिधि गण को भी महती योगदान देना होगा।
पार्षदगण अपने अपने क्षेत्र में सामान्य नागरिक विशेष कर गरीब परिवार के बुजुर्ग, महिला और बच्चों के स्वास्थ के प्रति सचेत रहे और जरूरत पड़ने पर उन्हें इस योजना से लाभ पहुंचाएं जाने के लिए जारी सरकारी कार्यक्रमों को सफल बनाने के सूत्रधार बने। कार्यशाला को एसीएमओ डॉ. रमेश चंद्रा, एमसीडीओ डॉ.मुर्तजा अंसारी शहरी स्वास्थ्य सहायक चंद्र किशोर आदि ने संबोधित किया।