Bihar News-परमानंदपुर में अंतर्देशीय जलमार्ग की केंद्रीय मंत्री 15 फरबरी को करेंगे लोकार्पण

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
सारण/सोनपुर ।
• नेपाल, बंगलादेश, पूर्वी राज्यों व पश्चिम बंगाल तक सामान भेजने में किया जायेगा उपयोग
सोनपुर । गाँव-गाँव में सड़क कनेक्टिविटी जैसी यातायात सुविधा उपलब्ध कराने के बाद अब सारण वासियों को अंतरराज्यीय जलमार्ग की सुविधा भी प्राप्त होने जा रही है।
सारण सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने बताया कि केंद्रीय पतन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल सोनपुर प्रखंड के परमानंदपुर कल्लू घाट के इंटरमॉडल टर्मिनल का निर्धारित समयनुसार उद्घाटन 15 फरबरी को 10 बजे करेंगे। विदित हो कि भारत के अंतर्देशीय प्राधिकरण के माध्यम से राष्ट्रीय जलमार्ग -1, भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग और एनडब्ल्यू -2 पर जलमार्ग के माध्यम से उत्तर पूर्वी क्षेत्र के साथ संपर्क में सुधार के लिए कई बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू की हैं। वर्ष 2019 में स्थानीय सांसद रुडी ने कल्लू घाट पर अंतर्देशीय जलमार्ग बनाने का प्रस्ताव सरकार को दिया था जिसका शिलान्यास 5 फरवरी 2022 को केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने ही किया था। कल्लू घाट से कार्गो रक्सौल और उत्तरी बिहार के इलाके से होते हुए नेपाल तक जायेगा । उद्घटान के उपरांत नेपाल, बंगलादेश, पूर्वी राज्यों व पश्चिम बंगाल तक सामान भेजने में आसान होगी । इस संदर्भ में सांसद रुडी ने बताया कि विश्व बैंक से सहायता प्राप्त कर जल मार्ग विकास परियोजना के माध्यम से गंगा-भागीरथी-हुगली नदी की क्षमता वृद्धि कार्यक्रम के तहत, अंतर्देशीय जल परिवहन कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए सारण जिला के कालूघाट में इंटरमॉडल टर्मिनल का निर्माण किया गया है। रक्सौल और उत्तरी बिहार के भीतरी इलाकों के माध्यम से नेपाल जाने वाले कार्गो के लिए इस इंटरमॉडल टर्मिनल 82.48 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जिसमें प्रति वर्ष 77000 टीईयू के विशेष कंटेनर यातायात को संभालने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि भविष्य में कल्लू घाट टर्मिनल बिहार के लिए वरदान साबित होगा। नेपाल से आने वाले ट्रक जाम के कारण कई दिनों तक फंसा रहते हैं। इस टर्मिनल के विकसित होने से नेपाल से आए सामान को बंगलादेश, पूर्वी राज्यों व पश्चिम बंगाल को भेजने में सुविधा होगी।
सांसद रुडी ने कहा कि इस टर्मिनल के निर्माण हो जाने से स्थानीय स्तर पर नये-नये रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे साथ ही छोटे -छोटे दुकान खुलेंगे जिससे यहां के बेरोजगार युवकों को रोजगार की संभावना बढ़ जाएगी। इस मार्ग के कारण सड़क मार्ग, रेल मार्ग पर दबाव कम पड़ेगा और माल ढुलाई में लागत भी कम आयेगी।