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Bihar News-वैशाली जिला में शिक्षा के क्षेत्र में आया बदलाव 

संवाददाता -राजेन्द्र कुमार

वैशाली /हाजीपुर

239 विद्यालयों में हैंडवाशिंग स्टेशन निर्मित

कंप्यूटर ज्ञान के लिए स्कूलों में आईसीटी लैब।

बच्चों को खेलने के लिए खेल मैदान को विकसित किया जा रहा

निशुल्क पाठ्य पुस्तक की व्यवस्था ।
हाजीपुर, 22 जून।

वैशाली जिला में कुल 2078 सरकारी स्कूल हैं। सभी स्कूलों में आधारभूत संरचना के विकास, पेयजल की व्यवस्था, प्रयोगशाला, खेल मैदान, बेंच डेस्क तथा निशुल्क किताब आदि की व्यवस्था की जा रही है।


जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि जिले के सभी प्रारंभिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में लगभग सत्तर हजार बेंच डेस्क का क्रय विभागीय मानक के अनुरूप किया गया है। किसी बच्चे को जमीन पर नहीं बैठना पड़े, इसके लिए यह व्यवस्था की गई है।
जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में पीएम पोषण योजना के तहत मध्यान भोजन की व्यवस्था की गई है। जिले के कुल 2074 प्रारंभिक विद्यालयों में बच्चों को मध्यान भोजन खिलाने हेतु थाली का क्रय किया गया है। सभी प्रारंभिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों की साफ सफाई हेतु हाउसकीपिंग का कार्य एजेंसी के माध्यम से कराया जा रहा है। जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों के कक्षा 1 से 3 तक के छात्र-छात्राओं के मानसिक विकास हेतु एफएलएन कीट उपलब्ध कराया गया है, जिसमें बैग,वॉटर बॉटल एवं पठन सामग्री उपलब्ध कराया गया है।


जिले के सभी प्रारंभिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 1 से 12 तक के सभी छात्र-छात्राओं को पठन पाठन में सुगमता लाने हेतु पूर्व से विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए किताब के अतिरिक्त लाइब्रेरी की व्यवस्था कर फ्री टेक्स्ट बुक उपलब्ध कराया गया है।
कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का मुख्य उद्देश्य विषम परिस्थिति में जीवन यापन करने वाली अभिवंचित वर्ग की बालिकाओं के लिए आवासीय विद्यालय के माध्यम से गुणवत्ता युक्त प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध कराना है। वैशाली जिला के सभी 21 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में भवन की मरम्मती एवं जीर्णोद्धार का कार्य कराया जा रहा है।
बच्चों के खेलकूद के लिए खेल मैदान को विकसित किया जा रहा है। साथ ही जिले के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में खेलकूद की सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।
विद्यालयों में लगातार बढ़ रहे बच्चों की उपस्थिति के कारण कमरा कम पड़ रहे हैं। इसे देखते हुए प्रीफेब स्ट्रक्चर का निर्माण कराया जा रहा है। प्रीफेब कंस्ट्रक्शन हल्के, किंतु ड्यूरेबल होते हैं। इसमें फर्नीचर, पंखा, बल्ब आदि की व्यवस्था रहती है। जिले के कुल 240 प्रारंभिक, माध्यमिक विद्यालय में प्रीफेब का निर्माण किया गया है।


कंप्यूटर में दक्ष बनाने हेतु जिले के कुल 224 प्रारंभिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में आईसीटी लैब का अधिष्ठापन किया गया है और 154 उच्च माध्यमिक विद्यालय में आईसीटी लैब का अधिष्ठापन की प्रक्रिया जारी है। कुल 6 माध्यमिक विद्यालयों में 26 अतिरिक्त वर्ग कक्षा का निर्माण कराया जा रहा है। साथ ही जिले के 225 उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कुल 389 अतिरिक्त क्लास रूम का निर्माण कार्य प्रक्रियाधीन है। साथ ही 194 विद्यालयों में कुल 221 यूनिट अतिरिक्त शौचालय का निर्माण किया जा रहा है।
कल 142 विद्यालयों में चहारदीवारी का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है एवं 138 विद्यालयों में निर्माण कार्य प्रगति पर है। हाथ होने हेतु कुल 239 विद्यालयों में हैंडवॉशिंग स्टेशन का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है और कुल 238 विद्यालयों में निर्माण कार्य जारी है। पेयजल हेतु स्वच्छ पानी के लिए कुल 203 विद्यालयों में बोरिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और 238 विद्यालयों में बोरिंग का कार्य चल रहा है। वर्तमान में कुल 649 विद्यालयों में विद्यालयों के भवन की मरम्मती का कार्य पूर्ण कर लिया गया है और 1090 विद्यालयों में मरम्मती का कार्य प्रगति पर है।

Bihar News-वैशाली जिला में शिक्षा के क्षेत्र में आया बदलाव 
भवनहीन विद्यालयों में निर्मल शिक्षा भवन का निर्माण कराया जा रहा है। छह भूमि प्राप्त भवनहीन विद्यालयों में निर्मल शिक्षा भवन का निर्माण कर पूर्ण कर लिया गया है और सात भवनहीन विद्यालयों में निर्माण कार्य प्रगति पर है।

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