Bihar news पश्चिम चंपारण में धर्मांतरण का खेल जारी है

संवाददाता. मोहन सिंह बेतिया
मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम चम्पारण जिले में बड़े पैमाने पर इसाई मिशनरिया और संस्थाए लोगो का धर्मातरण करा रही हैं।आलम यह है कि जिले के बगहा,रामनगर,गौनाहा व बैरिया प्रखंड क्षेत्र में चंगाई सभा कर गरीब वर्ग के लोगो को शिक्षा व स्वास्थ्य के नाम पर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा हैं।खासकर दलित व आदिवासी वर्ग में हीं धर्मांतरण कराने की बात सामने आ रही हैं
जिसको लेकर अब धर्म जागरण मंच के लोग भी विरोध में उतरने लगे हैं और इसपर रोक लगाने की मांग कर रहें हैं।
पश्चिम चम्पारण जिला को भाजपा का गढ़ माना जाता हैं और भाजपा के इस गढ़ में धर्मातरण का खेल धड़ल्ले से खेला जा रहा हैं।तस्वीरे इस बात की तस्दीक करती हैं कि कुछ खास लोग चंगाई सभा कर प्रभु ईशु के नाम पर लोगो को धर्म परिवर्तन करा रहें हैं।सबसे खास बात यह है कि बिमारी ठीक होने और शिक्षा के स्तर में सुधार का झांसा देकर बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया जा रहा है।जिले के बगहा,रामनगर,गौनाहा के आदिवासी बहुल इलाके और बैरिया नौतन और नरकटियागंज प्रखंड क्षेत्र के दलित बस्तीयों से कई तस्वीरे सामने आई है जो हैरान करने वाली है।जानकारी तो यहां तक मिलरही है कि एक सोची समझी साजिस के तहत इस काम को किया जा रहा हैं जिसमें कई ऐसे लोग शमिल हैं जो सरकारी नौकरी में रहते हुए इस काम को कर रहें हैं।हालांकि अबतक जबरन धर्म परिवर्तन कराने का कोई सबुत नहीं मिला हैं बल्कि खुद लोग अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन करने की बात स्वीकार कर रहें हैं।
धर्मांतरण को एक साजिश करार देते हुए कहा कि धर्मांतरण के इस खेल में वैसे तो पुरा भारत फंसा हुआ हैं लेकिन उत्तर बिहार गंभीर रूप से फंस गया हैं। बताते चलें कि जिस तरह से नागालैंड और मेघालय में हुआ कि जनजातियां क्रिश्चन बन गई ठीक वैसे हीं पश्चिम चम्पारण में थारू व उरांव जनजाति क्रिश्चन बन जाएगा।धर्म जागरण मंच के रत्नाकर बताते हैं कि जो लोग कहते हैं कि मर्जी से लोग धर्म परिवर्तन कर रहें हैं उन लोगो को समझना चाहिए कि अगर मर्जी से अगर क्रिश्चन बनना होता तो सबसे पहले प्रबुद्ध वर्ग अपना धर्म परिवर्तन करता।वहीं स्थानीय विनय तिवारी बताते हैं कि धर्मांतरण बड़े पैमाने पर इस जिलो को टारगेट कर कराया जा रहा है।उन्होने बताया कि इस जिले को टारगेट कर कुछ इसाई मिशनरियां और कुछ मुस्लिम समाज के लोग द्वारा एक सुनियोजित प्लान के तहत धर्मांतरण कराया जा रहा हैं।उन्होने कहा कि जैसे हीं धर्मांतरण होगा राष्ट्रातंरण हो जाएगा क्योंकि जैसे हीं व्यक्ति का धर्म बदलता हैं वैसे हीं राष्ट्र के प्रति लोगो की सोच बदल जाती है।बहरहाल प्रशासन अभी भी इस मामले में इसलिए सक्रिय नहीं हुआ है क्योंकि इस मामले को लेकर कहीं से किसी ने कोई लिखित शिकायत नहीं दर्ज कराई है लेकिन धीरे धीरे ही सही धर्मांतरण के खिलाफ अब लोगो का विरोध शुरू हो गया है।ऐसे में समझना होगा कि नेपाल से सटे देश के सबसे अंतिम छोड़ पर स्थित पश्चिम चम्पारण जिले में धर्मांतरण कब और कैसे रोक लगता है।