Bihar News मंत्री संजय कुमार झा ने गंडक नदी की बाढ़ से सुरक्षा के लिए चौबीसो घंटे चौकसी बरतने और किसी भी तरह के खतरे से तुरंत निपटने के लिए जरूरी तैयारी रखने के दिए निर्देश

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
गंडक नदी की बाढ़ से सुरक्षा के लिए पश्चिम चंपारण जिले के बगहा-1 प्रखंड और नेपाल भूभाग में जल संसाधन विभाग द्वारा कराये गये कार्यों का बिहार सरकार के जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को स्थल निरीक्षण किया तथा अधिकारियों को कई निर्देश दिये। उनके साथ जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद, अभियंता प्रमुख, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण शैलेंद्र, जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय सहित जल संसाधन विभाग और जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी मौजूद थे।
बगहा-1 प्रखंड के शास्त्रीनगर, आनन्दनगर एवं पारसनगर में स्थल निरीक्षण के उपरांत मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने अपनी समाधान यात्रा के दौरान पारसनगर कटाव स्थल का निरीक्षण किया था और आसपास के स्थल की सुरक्षा के निर्देश दिये थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार विभाग द्वारा लगभग 1405 मीटर लंबाई में कटाव निरोधक कार्य कराया गया है। इसमें शास्त्रीनगर, आनन्दनगर एवं पारसनगर स्थल पर एन.सी. बेस बनाकर गेबियन से एज क्रेटिंग का कार्य कार्य कराया गया है। वर्तमान में स्थल पूर्ण रूप से सुरक्षित है। उन्होंने क्षेत्रीय अभियंताओं को पूरी बाढ़ अवधि में सतत चौकसी एवं निगरानी के साथ ही बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी तरह का खतरा उत्पन्न होने या कटाव परिलक्षित होने पर आवश्यकतानुसार बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराकर स्थिति को नियंत्रित किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि गंडक नदी बगहा शहर से सट कर प्रवाहित होती है, जिसके कारण अवसानी, मंगलपुर, शास्त्रीनगर, आनंद नगर, पारसनगर, मिर्जाटोला, रतनमाला एवं पुआर हाउस स्थल पर बाढ़ अवधि में दबाव बना रहता है। जल संसाधन मंत्री ने अधिकारियों से इन स्थलों की कटाव से स्थाई सुरक्षा के विभिन्न उपायों पर भी चर्चा की।
इसके उपरांत संजय कुमार झा ने नेपाल के नवलपरासी जिले में जल संसाधन विभाग द्वारा साइफन के अपस्ट्रीम में श्रीखोला नाला के 12.00 आर.डी. से 16.85 आर.डी. एवं डाउनस्ट्रीम में 1.00 कि.मी. तक नाला की सफाई का कार्य, पश्चिमी मुख्य नहर के समानांतर नाला के 16.85 आर. डी. से 24.45 आर.डी. तक नाला की सफाई कार्य एवं श्रीखोला नाला के 16.85 आर.डी. पर क्षतिग्रस्त भाग की मरम्मति तथा श्रीखोला नाला एवं रायपुरवा नाला के सुरक्षात्मक कार्य का भी स्थल निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से कार्य के एक-एक बिंदु की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये।
इसके उपरांत जल संसाधन मंत्री ने गंडक बराज पर जाकर बराज के संचालन सिस्टम और यहां गंडक नदी के जलस्राव की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बराज की मजबूती का विशेषज्ञों से आकलन कराने सहित पर बराज की सुरक्षा से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।
जल संसाधन मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग द्वारा बिहार की सभी नदियों की सतत निगरानी की जा रही है। फील्ड इंजीनियर नदियों के जलस्तर और बराजों पर जलस्राव से संबंधी डाटा हर घंटे मुख्यालय भेज रहे हैं। वर्तमान में विभाग के सभी तटबंध और संरचनाएं सुरक्षित हैं। सभी संवेदनशील और अतिसंवेदनशील स्थलों पर जरूरत अनुसार बाढ़ सुरक्षात्मक सामग्री का भंडारण और श्रमिकों की भी व्यवस्था की गई है, ताकि बाढ़ सीजन में किसी भी आकस्मिक खतरे से तत्परता से निपटा जा सके।