Bihar News मत्स्य उत्पादन एवं मत्स्य आहार में पश्चिम चम्पारण जिले को बनाएं आत्मनिर्भर : जिलाधिकारी

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में आज जिलास्तरीय समिति की बैठक सम्पन्न हुयी। इस बैठक में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना अंतर्गत कुल-47 ऑनलाईन आवेदनों को अनुमोदित किया गया।
बैठक में जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में जिला में 36.05 हजार एमटी मछली का उत्पादन किया गया। जबकि जिले की मांग 43.5 हजार एमटी है। उन्होंने बताया कि मांग के अनुरूप मछली उत्पादन करने तथा यहां की मछलियों को राज्य एवं देश के अन्य जगहों पर भेजने हेतु प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले में 20 टन प्रतिदिन मत्स्य आहार उत्पादन हेतु नरकटियागंज प्रखण्ड अन्तर्गत कटहरी गांव के कुन्दन सिंह को कार्यादेश दिया गया है, कार्य प्रारम्भ है। उनके द्वारा निर्माण कार्य जून तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके साथ ही श्री मणिन्दर सिंह बगहा-1, तथा राजेश कुमार, प्रखण्ड मैनाटांड द्वारा भी 02 टन प्रतिदिन मत्स्य आहार उत्पादन हेतु कार्य किया जा रहा है। बायॉफ्लॉक तालाब निर्माण में श्री आनन्द सिंह, प्रखण्ड नरकटियागंज के द्वारा निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शीघ्र मत्स्य उत्पादन कार्य किया जाएगा।
जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले को रियंरिग तालाब में 29.273 हे0 का कोटीवार लक्ष्य प्राप्त है, जिसमें 20.9 हे0 में 21 आवेदको को कार्यादेश दिया गया है जिसमें से 7 लाभुकों के द्वारा 2.246 हे0 में कार्य पूर्ण कर लिया है। नया तालाब का निर्माण उन्नत इनपुट सहित में 26.8 हे0 में 37 आवेदको को 20.71 हे0 में कार्यादेश निर्गत किया गया है। जिसमें 28 आवेदको द्वारा 16.291 हे0 में निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। आद्रभूमि में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन में प्राप्त लक्ष्य 152 हे0 के विरूद्ध 06 लाभुको द्वारा 92.76 हे0 में मत्स्य अंगुलिका संचयन किया गया है। साथ ही मध्यम आर0ए0एस0 का अधिष्ठापन, मत्स्य पालन हेतु लघु बायॉफ्लॉक का अधिष्ठापन तथा जिन्दा मछली विक्रय केन्द्र का निर्माण कार्य, मोबाईल फिस किऑस्क तथा प्रसार एवं सलाह केन्द्र का कार्यादेश निर्गत है।
उन्होंने बताया कि जिले में चौर क्षेत्र में व्यापक कार्य किया जा रहा है जिसमें बगहा, योगापट्टी, चनपटिया तथा मझौलिया प्रखण्ड शामिल है। इससे आने वाले वर्ष में मत्स्य उत्पादन कर हमलोग अन्य राज्य को निर्यात कर सकेंगे।
जिलाधिकारी द्वारा जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि जिले को मत्स्य उत्पादन एवं मत्स्य आहार में में आत्मनिर्भर बनाने हेतु त्वरित गति से कार्रवाई करें। प्रयास यह करें कि जिले की मांग के अनुरूप मछली का उत्पादन यही हो। साथ ही मछली उत्पादन में बढ़ोतरी करते हुए राज्य तथा देश के अन्य हिस्सों में निर्यात करने की कार्रवाई सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि अंलकारी मछलियों का उत्पादन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इच्छुक लोगों को अलंकारी मछलियों का उत्पादन करने हेतु प्रोत्साहित किया जाय।
इस बैठक में उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, प्रवीण कुमार राय, जिला मत्स्य पदाधिकारी, गणेश राम सहित कार्यापालक अभियंता, जल संसाधन विभाग, तिरहुत प्रमण्डल 1 एवं 2, कार्यपालक अभियंता, लघु जल संसाधन विभाग, समन्वयक, कृषि विज्ञान केन्द्र, अग्रणी जिला प्रबंधक, अग्रणी मत्स्य पालक तथा मत्स्य प्रसार पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।