Bihar news : यू.ए.पी.ए., देशद्रोह जैसे लोकतंत्र का गला घोटने वाले कानून के खिलाफ प्रतिरोध सभा में जुटे सैंकड़ो लोग

संवाददाता :अररिया चंदन कुमार दस
फादर स्टैन स्वामी को दी श्रधांजलि
प्रत्येक प्रखंड से साइकल पर सवार जत्था पहुंचा अररिया
अररिया, 23 जुलाई, 2021 I 23 जुलाई को दोपहर 2 बजे, बस स्टैंड अररिया पर यू.ए.पी.ए, राजद्रोह, मकोका, राष्ट्रिया सुरक्षा कानून आदि जैसे लोकतंत्र का गला घोटने वाले कानून के खिलाफ जन जागरण शक्ति संगठन, जन आन्दोलनों का राष्ट्रीय समन्वय (एन ए पी एम) और वाम मोर्चा के द्वारा एक प्रतिरोध सभा की गयी . साथ ही विख्यात सामाजिक कार्यकर्ता फादर स्टैन स्वामी को श्रधांजलि दी गयी. जनता में इन कानूनों के खिलाफ जनमत तैयार करने के लिए के लिए प्रत्येक प्रखंड से साइकल यात्रा निकाली गयी. साइकल पर सवार जत्था अपने अपने गाँव से साइकल यात्रा निकालते हुए बस स्टैंड पर इकठ्ठा हुए .
इस कार्यक्रम में जन जागरण शक्ति संगठन, जन आन्दोलनों का राष्ट्रीय समन्वय, वाम मोर्चा, अररिया ऑटो ड्राइवर यूनियन, किसान सभा के लोग बड़ी संख्यां में शामिल हुए. जन जागरण शक्ति संगठन के सचिव आशीष रंजन ने यू.ए.पी.ए, राजद्रोह कानून, मकोका, एन एस ए जैसे कानूनों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस क्या राजद्रोह कानून को एक लोकतंत्र में होना चाहिए ? यू.ए.पी.ए के अंतर्गत 2014 से 2019 के बीच करीब 6 हजार लोगों को बंदी बनाया गया है. यू.ए.पी.ए जैसे कानून को सरकारों द्वारा विरोध की आवाज को दबाने के लिए बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. मोदी सरकार का रिकार्ड इस मामले में सबसे ज्यादा खराब है. डा0 एस0 आर0 झा0 ने कहा कि जनता को अब सडकों पर निकलना चाहिए. 9 अगस्त, अगस्त क्रान्ति के दिन हमें एक बड़े कार्यक्रम कि तैयारी करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अब तो विरोधियों पर जासूसी भी करवा रही है और जज से लेकर सामाजिक कार्यकर्ता सभी इस जासूसी कि चपेट में हैं.अररिया ऑटो ड्राइवर यूनियन के सब्यसाची ने कहा कि इन कानूनों के तहत बेल मिलना बेहद कठिन है. सालों बिना कोर्ट के फैसले के, बिना बेल मिले l
लोग जेल में पड़े रहते हैं. इस कानून का इस्तमाल खासकर वंचित समुदाय – दलित , आदिवासी और अल्प्संख्यानकों के खिलाफ किया गया है. शोहिनी ने कहा कि महामारी के दौरान पार्किन्संस जैसी कठिन बिमारी से जूझ रहे 84 वर्षीय सामजिक कार्यकर्ता फादर स्टैन स्वामी को जेल में बंद रखना और उन्हें पानी पीने के लिए हफ़्तों तक बोतल तक नहीं मुहैया कराना एक भयानक घटना है. यह घटना सरकार और निचली अदालतों के क्रूर और अमानवीय चेहरे को बेनकाब करती है.शिवनारायण ने सभा की शुरुआत “न्याय नाम की चीज़ नहीं अन्याय बढ़ता जाय रे” से किया.इस कार्यक्रम में ऑटो ड्राइवर यूनियन से अरुण राय और सब्यसाची, वाम मोर्चा के अभिषेक कुमार, राम विनय राय, विजय शर्मा, इन्द्रानंद पासवान, जन जागरण शक्ति संगठन के रंजित पासवान आशीष रंजन, मो0 अयूब, शिवनारायण, दीपनारायण पासवान, पवन, अमर मेहता, मायानंद ऋषिदेव , ब्रह्मानंद ऋषिदेव, शोहिनी ,जयनारायण शामिल हुए .