Bihar News “मां काली कॉरिडोर” के रूप में विकसित हो ऐतिहासिक कालीबाग मंदिर:गरिमा

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने सीतामढ़ी में स्वीकृत “मां जानकी कॉरिडोर” के तर्ज पर ही बेतिया में 16 वीं सदी में निर्मित ऐतिहासिक काली बाग मंदिर परिसर को “मां काली कॉरिडोर” के रूप में विकसित करने को जन आंदोलन का श्रद्धालु और युवाओं का आह्वान किया है।
महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने इसका औचित्य स्पष्ट करते हुए बताया जाता है कि
इस तरह का मंदिर भारतवर्ष में सिर्फ दो ही जगह है, एक कोलकाता में और दूसरा अपने बेतिया में जिसमें दक्षिणेश्वर काली की महत्वपूर्ण मंदिर है, दशकों पूर्व तांत्रिक तंत्र विद्या की सिद्धि के लिए यहां तांत्रिक विद्या की सिद्धि और साधना के लिए दूर-दूर से साधक और सिद्ध आया करते थे। दक्षिणेश्वर काली मां की बात स्पष्ट करते हुए महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि यहां काली मां की दक्षिण मुंह वाली भव्य और दिव्य प्रतिमा स्थापित है। यही इसकी तांत्रिक विद्या आधारित विशिष्ट महत्ता है। इस मंदिर का विशेष महत्व इसलिए भी है कि यहां हिन्दू धर्म के सभी 56 कोटि अर्थात कोटि (प्रकार) के सभी देवी देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित हैं। कालीबाग मंदिर का मेन गेट उत्तर की ओर खुलता है। इससे अंदर जाने पर दाहिने और बाएं ओर पहले दो कमरों में द्वार पालों की मूर्तियां हैं, दाएं हाथ पश्चिम की ओर बढ़ने पर मंदिर की चौहद्दी में, दक्षिणेश्वर काली (जिनका मुंह दक्षिण की ओर है) की भव्य मंदिर है, दक्षिण की ओर भगवान शिव हैं तो पूरब में सूरज सूर्य नवग्रह का मंदिर पश्चिम दिशा में विष्णु दशावतार के मंदिर तथा पश्चिम दक्षिण के कोने पर विनायक गणेश की एक मूर्ति है, जिसमें 108 छोटी मूर्तियां, इस मंदिर में दक्षिण की ओर कोने में भगवान कार्तिकेय की एक मंदिर है, इन मंदिरों के बीचों बीच एक विशाल और भव्य पोखरा है, जिसके बारे में बताया जाता है कि इसके अंदर सात कुएं हैं। महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि वे इसकी उपरोक्त विशेषताओं के आधार पर “मां काली कॉरिडोर” की स्थापना की मांग को लेकर देश के प्रधानमंत्री जी और अपने लोकप्रिय मुख्यमंत्री जी को लिख रहीं हैं।
*12 मार्च तक करें हमारे धरोहर मां कालीबाग़ मंदिर के सौंदर्यकरण एवं जीर्णोद्धार का डीपीआर बनाने की दावेदारी*
महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि नगर निगम प्रशासन द्वारा जारी हमारे धरोहर मां कालीबाग़ मंदिर के साथ बस स्टैंड के सौंदर्यकरण एवं जीणोद्धार का डीपीआर बनाने की जारी निविदा का व्यापक प्रचार प्रसार नहीं होने से सिर्फ एक ही दावेदार ने आवेदन किया है। इसको लेकर महापौर ने बताया कि कालीबाग़ एवं बस स्टैंड जैसे महत्वपूर्ण योजनाओं के सौंदर्यकरण एवं जीर्णोद्धार का डीपीआर बनाने की विधिवत दावेदारी करने की तिथि को उन्होंने 12 मार्च तक विस्तारित करने का आदेश बीते 28 फरवरी को ही जारी कर दिया है। इसको लेकर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने श्रद्धालु लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से मां कालीबाग़ मंदिर का डीपीआर बनाने की दावेदारी का व्यापक प्रचार प्रसार के लिए शेयर किया जाय। ताकि कालीबाग़ जैसे धरोहर के सौंदर्यकरण एवं जीर्णोद्धार के लिये ज्यादा से ज्यादा सक्षम और प्रोफेशनल दावेदार प्रस्तुत हो सकें।