Bihar News : सरकार मुशहर समुदाय के साथ सौतेला व्यवहार

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार। वैशाली जिला राजापाकर थाना के बराँटी ओपी क्षेत्र स्थित बराँटी गांव वार्ड नंबर5मे शौचालय का निर्माण अभी तक नही हो पाया।पहला मुखिया चनदेश्वर साह,दूसरा मुखिया चनदेश्वर साह की पत्नी रेखा देवी,तीसरा मुखियां अर्जुन राय की पत्नी मंजू देवी चौथा मुखिया पंकज शर्मा जो दूसरा बार चुनाएं है।लेकिन आज तक मुशहर समुदाय के वस्ती मे शौचालय नही बना।
पंकज शर्मा 2021मे सभी दलित को बोला कि आपलोग शौचालय के लिए गढ्ढे खोदकर तैयार रखे।वह गढ्ढा साल दो साल खोदा रह गया परन्तु मुशहर,दलित का शौचालय अभी तक नही बना।यही सुशासन बाबु का हुकुमत।
वह दलित बेचारा दूसरे के जमीन या रेलवे हाता मे पुरूष एवम महिला शौच करने के लिए मजबूर है।बिहार सरकार कहती है कि मै दलितों कि मशीहा हूँ।लेकिन यह सब बकवास साबित है।बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माझी ब्राहमण समाज को अपशब्द कहकर संबोधित करते रहते है,यहां तक कि हरामी शब्द का प्रयोग कर चूके है।
बिहार के मुशहर जाति को क्यों नही उत्थान करते है।सिर्फ उन्हें सत्ता का सुख के लिए शुर्खिया मे बने रहने के लिए ब्राहमण समाज को गाली देते है।बिहार मे मुशहर जाति का स्थिति जस का तस है।लेकिन सरकार सिर्फ वोटो का राजनीतिक मे लगी हूई है।
लेकिन दलित के बस्ती मे शौचालय है कि नही वह देखने के लिए नही है।दलित कैसे जीवन यापन कर रहा है वह देखने वाला बिहार के कोई भी प्रतिनिधि या सरकारी मुलाजिम नही है।जब चुनाव का वक्त आता है तो दलित के वस्ती मे आकर अनेकों वादा करते है कि मेरी सरकार अगर बन जाती है तो मै दलितों का उत्थान करूंगा।जब प्रतिनिधि जीत कर विधानसभा के सदस्य बन जाते है तो दलित को कौन पुछने आता है।
लेकिन गरीब दलित आज शौचालय नही रहने के कारण दूसरे के जमीन मे जाकर शौच करते है।पंकज शर्मा मुखियां अपने पंचायत अंधरबाड़ा पंचायत मे कोई विकास का काम नही किया।पंकज शर्मा मुखियां का कहना था कि मै किसी भी कीमत पर दुबारा मुखियां बनूँगा चाहे पैसा के बल पर बनुँ लेकिन मुखियां पद लेकर रहुँगा।लेकिन पंचायत मे विकास नदारथ है।
4 अक्टूबर को बराँटी गांव वार्ड नंबर 4 निवासी स्व,त्रिवेणी सिह का निधन हो गया था जब पंकज शर्मा मुखियां को सुचना दिया गया कि आप के पंचायत मे एक व्यक्ति का निधन हो गया है । फिर भी पंकज शर्मा मुखियां अंत्येष्टि योजना का राशि मृतक के परिजन को आज तक भुगतान नही किया।यही है पंचायत कि विकास।