बिहार न्यूज़: एक ही चिता पर की गयी पति-पत्नी की अंत्येष्टि।

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
वैशाली हाजीपुर।अबाबकरपुर गांव निवासी62 वर्षीय दशरथ पासवान और उनकी56वर्षीया पत्नी धनेश्वरी देवी पर बिल्कुल सटीक बैठती है।जिन्होंने साथ जीने और साथ मरने के वादो को निभा गये।स्थानीय लोगो के मुताबिक उनदोनो कि जोड़ी विधाता ने फुर्सत मे गढी होगी तभी तो पहले पत्नी धनेश्वरी ने प्राण त्यागी वही महज घंटो बीतते ही दशरथ पासवान भी इस दूनियां को अलविदा कह गये।ग्रामीण महिलाओं ने जहां को सोलहो श्रंगार से धनेश्वरी सजाया और उनकी माँग सिन्दूर से भरे,वही दशरथ पासवान को भी दुल्हे की पोशाक पहनाया गया।दोनो दंमपतियो को अंतिम विदाई की बेला मे उपस्थित सभी लोगो की आँखे नम हो गई।स्थानीय जिला पार्षद अशोक अकेला, भावी मुखियां प्रत्याशी अजय कुमार, सहित अन्य ग्रामीणों ने मिलकर उनदोनो के शवयात्रा को गाजेबाजे के साथ निकाली।वहीं अबाबकपुर स्थित श्मशानघाट मे उक्त दोनों दंपतियों की एकसाथ चिता सजायी गयी।जहां दशरथ पासवान के बड़े पुत्र रंजीत पासवान ने अपने माँ पिता को एकसाथ मुखाग्नि देकर मातृ पितृ ऋण को चुकता किया।वही मौके पर उपस्थित लोगो की आँखें एकबार पुनः भीग गयीं।साथ जीने मरने वाले उक्त दोनो दंपतियों की चर्चा पूरे क्षेत्र मे चर्चा का विषय बना है




