Bihar News: बिहार सरकार ने जनता के दिमाग पर जाति धर्म का काई लगाया : प्रशांत किशोर

संवाददाता मोहन सिंह
बेतिया: जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के हाजीपुर में एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आज बिहार के लोगों को अपना हित इसलिए नहीं दिख रहा है क्योंकि नेताओं ने यहां के लोगों के दिमाग पर जाति-धर्म का काई लगा दिया है।
आज नेता के लिए सब कुछ बढ़िया है। नेता का लड़का बढ़िया स्कूल में पढ़ रहा है, नेता का बाबुजी बीमार पड़ेंगे तो बढ़िया हॉस्पिटल में इलाज करवाने जाएंगे। आप बिहार के लोगों ने कभी सोचा है कि क्या आपके लिए ऐसी कोई व्यवस्था है? हम बिहार को बदलने और लोगों को जागरूक करने के लिए निकले हैं तो उसमें आप बिहार के लोगों की साथ की जरूरत है। मैं आपसे वोट मांगने नहीं आया हूं न ही मुझे आपसे कुछ चाहिए मैं अपना चाय, पानी भी खुद का लेकर चल रहा हूं। आज मैं गांव-गांव चल कर लोगों को समझा रहा हूं कि अपने लिए न सही अपने बच्चों के भविष्य के लिए बेहतर आदमी को समाज से चुनकर लाएं ताकि सबका भविष्य उज्जवल हो।
बिहार के लड़के परदेस में बीमार होने के बाद अपने घर परिवार को देख नहीं पाते
आज हम जिस बच्चे को पेट काट-काट कर बड़ा कर रहे हैं उन्हें 20 से 22 साल होने भी नहीं दे रहे हैं और दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए भेज दे रहे हैं। बिहार के लड़के आज परदेस में बीमार हो भी जाएं तो भी उनके घर वाले तड़प कर रह जाते हैं पर अपने घर के परिवार को देख नहीं पाते। आज बिहार से बाहर गया लड़का सिर्फ छठ के समय 10 से 15 दिन के लिए अपने घर आते हैं। मजदूरी कर रहे लड़कों से पूछिये की कैसे वो अपना पेट काट के घर पैसा भेजते हैं ताकि उनके घर के बच्चे भूखे न सोये और आप अपना क़ीमती वोट गांव वालों को देखकर किसी दूसरे को सुनकर देते हैं।
नेता का लड़का मुख्यमंत्री बनेगा और आपका लड़का चपरासी भी नहीं बनेगा
आप बिहार के लोगों के वोट की कीमत नाली-गली और 5 किलो मुफ्त में मिल रहा अनाज नहीं हो सकता है। आपके वोट की कीमत है आपके बच्चों का भविष्य। आप बिहार के लोगों को वोट जिसको भी देना है दीजिए मगर वोट देते वक्त नेता का चेहरा न देखकर अपने बेटे का चेहरा देख वोट दीजिए। बच्चों के पढ़ाई और शिक्षा के लिए वोट कीजिए। आज नेता का लड़का 10वीं भी पास नहीं किया है और मुख्यमंत्री बनेगा और आपका लड़का BA कर लिया है तो भी चपरासी नहीं बन पा रहा है। बिहार में बिहारियों की स्थिति तब सुधरेगा जब जनता का राज होगा। आज मैं अपना घर-परिवार छोड़ कर सुबह से शाम तक पैदल चल रहा हूं लोगों के सामने हाथ जोड़ समझा रहा हूं कि जिस गरीबी में आपने अपनी जिंदगी बिताई है वही जिंदगी आपके बच्चें बिताएंगे अगर आप सचेत नहीं होंगे।