Azamgarh News: गरीबी एवं मानसिक रूप से परेशान अधेड़ व्यक्ति ने फांसी लगाकर दी जान

संवाददाता रवीन्द्र नाथ गुप्ता
अतरौलिया चैनता गांव निवासी सुबह घर से टहलने के लिए कह कर निकला, और प्राथमिक विद्यालय के बगल में स्थित नहर के किनारे आम के पेड़ पर गले में रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला ही समाप्त कर लिया, गांव वाले सुबह जब टहलने के लिए निकले तो मृत अवस्था में बजरंगी को पेड़ पर लटकते हुए देखा तो शोर मचाया, आनन-फानन में पहुँचे लोगों ने स्थानीय थाना को सूचना दी, मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक को पेड़ से उतरवाकर थाने लाई एवं कानूनी प्रक्रिया के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, मृतक दो भाई हैं और बड़े थे, लगभग एक वर्ष पूर्व आपस में दोनों लोग अलग-अलग रहने लगे। मृतक के पास केवल दो पुत्रियां हैं जिसमें एक की शादी हो गई है, और एक अविवाहित है। बहुत ही थोड़ी खेती बारी की जमीन है, परिवार में कमाने वाला यही एक सदस्य था, जो मजदूरी करते थे। परिवार का कहना है कि लड़की की शादी, मकान का निर्माण आदि बातों को लेकर बजरंगी हमेशा परेशान रहते थे ।कॅरोना काल के दौरान लंबे समय तक मजदूरी भी नहीं मिलने से परिवार चलाना मुश्किल हो गया था, संभवत इसी कारण चिंतित रहते थे, और आत्महत्या कर लिया। परिवार वालो के अनुसार बजरंगी की दिमागी हालात इस समय ठीक नही चल रही थी, जिनका इलाज चल रहा था, प्रभारी निरीक्षक अतरौलिया दिनेश कुमार यादव ने बताया कि लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है बाकी आगे जांच की जा रही है।