Agra news :आगरा: ताजगंज कुल्हाई में हज़रत लियाकत हुसैन शाह (मुन्ने मियां) की फ़ातिहा अदा, बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने लिया हिस्सा
सूफ़ी मोहम्मद अली अंसारी मियां लियाकती के आवास पर आयोजित फ़ातिहा में दूर-दराज़ से आए मुरिदों ने शिरकत की; नमाज़े असर के बाद ज़िक्र-ए-इलाही, मग़रिब के बाद फ़ातिहा और ईशा के बाद लंगर तक़सीम।

संवाददाता प्रताप सिंह आजाद
आगरा। ताजगंज के कुल्हाई क्षेत्र स्थित सूफ़ी मोहम्मद अली अंसारी मियां लियाकती के आवास पर हज़रत लियाकत हुसैन शाह उर्फ़ मुन्ने मियां रहमतुल्लाह अलैह की फ़ातिहा बड़ी अकीदत और अदब के साथ अदा की गई। इस मौके पर दूर-दराज़ से बड़ी संख्या में मुरिद व अकीदतमंद पहुंचकर शामिल हुए।
फ़ातिहा का सिलसिला नमाज़-ए-असर के बाद ज़िक्र-ए-अल्लाह से शुरू हुआ। इसके बाद नमाज़-ए-मग़रिब के बाद फ़ातिहा पढ़ी गई और नमाज़-ए-ईशा के बाद हाज़िरीन में लंगर तक़सीम किया गया।

इस मौके पर सूफ़ी मोहम्मद अली अंसारी मियां लियाकती ने कहा कि वली-अल्लाह की फ़ातिहा में शामिल होने से अल्लाह अपने बंदे के ग़म दूर करता है। जो भी मोहब्बत के साथ वलियों की बारगाह में आता है, उसकी परेशानियाँ दूर होती हैं। उन्होंने कुरान शरीफ़ का हवाला देते हुए कहा कि अल्लाह अपने वली से मोहब्बत करने वालों की दुआ कुबूल करता है और उन्हें राहत अता करता है।
उन्होंने कहा कि वलियों ने दुनिया को मोहब्बत का पैग़ाम दिया है, इसलिए इंसान को भी मोहब्बत और अमन का संदेश फैलाना चाहिए, ताकि उसकी दुनिया और आख़िरत दोनों संवर सकें।
फ़ातिहा में मुख्य रूप से दरगाह गुलाम साबिर रहमतुल्लाह अलैह के सज्जादा नशीन समीर खान साबरी, मोहम्मद नदीम, मोहम्मद नाज़िम अंसारी, मोहम्मद रेहान अंसारी, मोहम्मद इस्लाम, जमाल भाई, राशिद, फ़रमान भाई सहित कई अकीदतमंद मौजूद रहे।



