Agra News: विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण संरक्षण को लेकर किया गया वेबिनार और पौधारोपण

संवाददाता सुशील चन्द्रा
बाह: बाह क्षेत्र के अंतर्गत भदरौली में बटेश्वर नाथ महाराज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की ओर से विश्व पर्यावरण दिवस पर विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण किया गया। साथ ही संस्था के पदाधिकारियों और अन्य पर्यावरण विदों द्वारा पर्यावरण चुनौतियां एवं संरक्षण: समाज की आवश्यकता को लेकर एक ऑनलाइन वेबिनार का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विशेषज्ञ और पदाधिकारियों और पर्यावरणविदों ने अपने अपने वक्तव्य के माध्यम से पर्यावरण के संरक्षण पर बल दिया।
संस्था के प्रेसिडेंट वी के शर्मा ने कहा कि वृक्ष अमूल्य धरोहर हैं। वृक्ष न केवल मानव जाति के लिए वरन अन्य जीव-जंतुओं के लिए भी आवश्यक हैं। वृक्षों से न केवल प्राण वायु मिलती है बल्कि जीव जंतुओं को आवास भी मिलते हैं।जोकि पर्यावरण संतुलन के लिए अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में महामारी के दौर में हजारों की संख्या में लोग ऑक्सीजन की कमी से परलोक सिधार गए इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह अपने आसपास यथासंभव पौधे रोपे जिससे आसपास का वातावरण शुद्ध हो और जीवन यापन में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
वहीं फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर सबलगढ़ मुरैना की सुमन खरे ने भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर अपने वक्तव्य श्रोताओं के सम्मुख रखा उन्होंने बताया वर्तमान में वृक्षों की संख्या कम हो रही है जो कि एक चिंता का विषय है इसलिए पारिस्थितिक तंत्र की बहाली के लिए सभी को अलग-अलग तरह के पौधों का रोपण करना चाहिए जिससे कि पर्यावरण को संरक्षित किया जा सके। अमित त्रिपाठी ने भी पर्यावरण संरक्षण पर अपना वक्तव्य रखा उन्होंने कहा वृक्ष अमूल्य धरोहर हैं इनसे हरियाली के साथ साथ शुद्ध वायु भी मिलती है।वृक्ष न केवल पर्यावरण को संरक्षित करते हैं अपितु जीव जंतुओं को आवास भी उपलब्ध कराते हैं इसलिए हम सभी का यह दायित्व है कि पर्यावरण संरक्षण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। वेबिनार में बटेश्वर नाथ महाराज ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रेसिडेंट वीके शर्मा, वाइस चेयरमैन पी एस त्यागी, गेस्ट स्पीकर समीर कौशिक, फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर सबलगढ़ मुरैना सुमन खरे, एनवायरमेंट इंजीनियर एस के शर्मा, नीरज मिश्रा महानगर शिक्षक, बृजेश यादव, मोहित शर्मा, जितेंद्र मोहन यादव, संतोष सैंतिया, राजेंद्र कुमार, अमित त्रिपाठी, अभिषेक त्रिपाठी, अंशुमन आदि लोग शामिल रहे।