Agra News: मिशन इंडिया वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष ने लगाया प्रशासन पर आरोप

आगरा ब्यूरो प्रताप सिंह आजाद
आगरा मिशन इंडिया वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष दीपक बाबू एडवोकेट ने बताया मेरे पास दिनांक 12 अगस्त 2021 को पीड़ित रवि पुत्र हरिचंद निवासी प्रकाश नगर थाना शाहगंज आया और उन्होंने बताया कि उनका भाई संजू उर्फ विक्की दिनांक 30 जुलाई 2021 को रात्रि 11:00 बजे से लापता था जिसकी रिपोर्ट रवि की पिता हरिचंद ने थाना शाहगंज में लिखित तहरीर व संजु का फ़ोटो देते हुए दर्ज करायी थी जो थाना शाहगंज में दिनांक 31 जुलाई 2021 को जीडी रपट संख्या 016 दर्ज कर अंकित की थी और पीड़ित रवि ने अपने भाई संजू को लगातार रिश्तेदारी व कई जगह तीन चार दिन ढूंढा लेकिन संजू का कही भी पता नहीं मिला।
तो रवि दिनांक 3 अगस्त 2021 को सुबह 10:30 बजे पोस्टमार्टम एसएन मेडिकल कॉलेज आगरा पहुंचा और वहां लावारिस लाशों के बारे में पता किया तो उसमें एक लाख थाना सिकंदरा से संजू की निकली जिसकी शिनाख्त पीड़ित रवि की तो थोड़ी देर बाद ही थाना सिकंदरा का सिपाही जसकरण सिंह आया और पोस्टमार्टम गृह से बॉडी को अंतिम संस्कार के लिए मांगने लगा जिसका विरोध पीड़ित रवीना किया तो जसकरण सिंह रवि को थाना सिकंदरा ले गया जहां से थाना अध्यक्ष सिकंदरा ने पूरी पुलिस कार्रवाई कर पोस्टमार्टम कराते हुए संजू के सबको रवि व उसके परिजनों के सुपुर्द किया लेकिन थाना सिकंदरा के अंतर्गत हुई संजू के साथ एक्सीडेंट की घटना का मुकदमा पंजीकृत नहीं किया गया और ना ही थाना शाहगंज व थाना सिकंदरा पुलिस द्वारा गुमशुदगी के बारे में कोई भी जानकारी पीड़ित पक्ष रवि और रवि के परिजनों को 3 अगस्त 2021 तक नहीं दी गई।
यदि रवि मौके पर पोस्टमार्टम गृह नहीं पहुंचता तो उसके भाई संजू के शव का अंतिम संस्कार पुलिस द्वारा कर दिया जाता और रविवार रवि के परिवारीजन वाह संजू की पत्नी किरण मय बच्चों के साथ संजू के गुमशुदगी को लेकर जीवन भर उसके लौटने की आस लगाए रखते यह पुलिस का घोर अपराध है जिन्होंने मानव अधिकारों का उल्लंघन किया है जिनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही किया जाना न्यायोचित है क्योंकि हर थाने मैं जब भी कोई घटना घटित होती है उस घटना के बारे में RT सेट द्वारा पुलिस कप्तान को जरूर दी जाती है और पूरी जानकारी पुलिस कप्तान को भी होती है थाना शाहगंज एवं सिकंदरा पुलिस कप्तान आगरा द्वारा पीड़ित पक्ष की कोई भी संजू की गुमशुदगी को लेकर जानकारी नहीं दी गई यह और पुलिस ने अपने कर्तव्य का पालन नहीं किया है।