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Agra News : शहर के समस्त विद्यालयों के छात्र प्रतिनिधियों एवं शिक्षकों हेतु एक कार्यशाला का आयोजन

संवाददाता प्रताप सिंह आजाद

प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक व नेशनल कैंपेन फॉर मेंटल वैल बींग के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. सुशील गुप्ता* छात्रों एवं शिक्षकों के शैक्षणिक एवं भावनात्मक विकास हेतु समान रूप से पहल करने के लिए सदैव प्रतिबद्ध रहते हैं। इसी ध्येय को दृष्टिगत रखते हुए प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, दयालबाग, आगरा में *नेशनल कैंपेन फॉर मेंटल वैल बींग (राष्ट्रीय मानसिक कल्याण अभियान)* के तत्वाधान में *शनिवार, 23 दिसंबर, 2023* को आगरा शहर के समस्त विद्यालयों के छात्र प्रतिनिधियों एवं शिक्षकों हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का विषय मानसिक एवं भावनात्मक कल्याण था।Agra News: A workshop was organized for student representatives and teachers of all the schools of the city.

इस कार्यशाला की मुख्य वक्ता *प्रख्यात मनोवैज्ञानिक एवं इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइकोमेट्रिक असेसमेंट एंड काउंसलिंग, नई दिल्ली की संस्थापक डॉ. कोमलप्रीत कौर थीं।Agra News: A workshop was organized for student representatives and teachers of all the schools of the city.

कार्यशाला का उद्देश्य वर्तमान परिदृश्य में छात्रों में बढ़ रहे मानसिक तनाव एवं अवसाद को कम करके उनके मानसिक एवं भावनात्मक कल्याण को संवर्धित करना था, जिसके कारण विद्यार्थियों द्वारा की जा रही आत्महत्या की दरों में हो रही वृद्धि पर अंकुश लगाना है। कार्यशाला में आगरा शहर के लगभग 120 छात्र प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया एवं उन्हें इस कार्यशाला के माध्यम से इस प्रकार प्रशिक्षित किया गया कि वे अपने विद्यालयों में ऐसे सत्र का संचालन कर छात्रों को इसके प्रति जागरूक कर सकें।

कार्यशाला की शुरुआत डॉ. कोमलप्रीत कौर ने वातावरण को सहज बनाते हुए मधुर गीत से की एवं सभी छात्रों ने अपना परिचय दिया। तत्पश्चात वर्तमान शैक्षणिक प्रणाली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज की शिक्षा अधिक प्रतिस्पर्धी और तनावपूर्ण हो गई है, जिससे छात्रों में विभिन्न मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा हो रही हैं। अच्छा प्रदर्शन करने का बढ़ता दबाव, माता-पिता, शैक्षणिक संस्थानों और समाज से उच्च उम्मीदें और भविष्य का डर इस तनाव के कुछ कारण हैं। माइंडफुलनेस और भावनात्मक बुद्धिमत्ता छात्रों के तनाव को प्रबंधित करने और कल्याण को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।

माइंडफुलनेस का अभ्यास करके, छात्र अपने तनाव और चिंता को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित करना सीख सकते हैं, अपने फोकस और ध्यान में सुधार कर सकते हैं और अधिक आत्म-जागरूकता और लचीलापन विकसित कर सकते हैं। उन्होंने कुछ रोचक एवं मनोरंजक गतिविधियों से छात्रों को इस विषय के प्रति सजग एवं जागरूक किया। छात्र भी अपनी जिज्ञासाओं के समाधान पाकर अत्यंत प्रसन्न दिखाई दे रहे थे।

इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता ने मुख्य वक्ता का आभार व्यक्त किया एवं छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि…..

कार्यक्रम का संचालन डिंपी महेंद्रु व शालिनी पंजवानी ने किया।

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जनवाद टाइम्स