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Etawah News: अंबेडकर /बुद्ध पार्क के प्रधान सेवक महाथेरा भंते विनय कीर्ति हुए परिनिर्वाण प्राप्त: अनुयायियों ने दी श्रद्धांजलि

लेखक: डॉ धर्मेंद्र कुमार

इटावा: शेखूपुर जखोली जनपद इटावा में जन्मे भंते विनय कीर्ति का असली नाम विजय बहादुर तथा पिता का नाम मनफूल था l चिकित्सा के क्षेत्र में प्रवेश लेकर आयुर्वेदाचार्य की उपाधि प्राप्त कर डॉक्टर विजय बहादुर ने इकदिल में चिकित्सा सेवाएं प्रदान की l समाज सेवा के व्रत का पालन करते हुए उन्होंने अंबेडकर विचारधारा जन जन तक पहुंचाने के लिए रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया की सदस्यता ग्रहण की l उनके कार्य को देखते हुए उन्हें आरपीआई का जनरल सेक्रेटरी बनाया गया l 1969 से 1971 के बीच उन्होंने जेल भरो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और जेल गए l जब आरपीआई में ठहराव महसूस किया तब वे ds4 से जुड़ गए और मान्यवर कांशी राम साहब के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर हजारों किलोमीटर पैदल चलकर व साइकिल चलाकर बहुजन विचारधारा को जन जन तक पहुंचाने का कार्य किया जिसका प्रतिफल बहुजन समाज पार्टी कई बार सत्ता में काबिज हुई l अंबेडकर विचारधारा के साथ बुद्ध के सील से प्रभावित होकर उन्होंने 1990 में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली और उन्हें नया नाम भंते विनय कीर्ति मिला l उन्होंने अपना निवास बौद्ध विहार अंबेडकर पार्क इटावा को बनाया फिर मृत्यु पर्यंत सपत्नी बौद्ध धर्म की सेवा करते हुए धम्म को प्रचारित व प्रसारित करते रहे l अंततः डॉ विजय बहादुर महाथेरा भंते विनय कीर्ति ने 8 मई 2021 को परिनिर्वाण प्राप्त किया l वह लगभग 85 वर्ष के थे उन्होंने अपने पीछे पत्नी तथा दो पुत्र बुद्ध रत्न, बुद्ध प्रिय तथा चार लड़कियों को छोड़ दिया हैl उनके परिनिर्वाण न पर तमाम दलों के कार्यकर्ताओं तथा समाजसेवियों संभ्रांत जनों पत्रकारों ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए अंतिम विदाई दी l

सियासी अखाड़ा के संपादक खादिम अब्बास ने कहा कि महाथेरा भंते विनय कीर्ति का व्यक्तित्व समाज सेवा से परिपूर्ण था मैंने युवावस्था से लेकर वृद्धावस्था तक उनकी कार्यशैली देखी जब अंबेडकर मिशन या बहुजन विचारधारा को प्रसारित करने के लिए उन्होंने आरपीआई ,ds4 तथा बहुजन समाज पार्टी में पैदल चलकर तथा हजारों किलोमीटर साइकिल चलाई, बाद में धम्मदीक्षा लेकर समाज सेवा से जुड़े रहे l उनका परिनिर्वाण समाज की अपूरणीय क्षति है l

दलित पैंथर के सत्यप्रिय मानव ने कहा आज हमारे बीच भंते विनय कीर्ति नहीं हैं किंतु उन्होंने जीवन पर्यंत बिना थकान महसूस किए अंबेडकर विचारधारा को तथा बुद्ध धर्म को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य करते रहे l हमें खेद है कि एक क्रांतिकारी साथी दुनिया को अलविदा कह गया l

अनुसूचित जाति /जनजाति प्रकोष्ठ प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय महासचिव डॉ धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि अद्भुत और विलक्षण प्रतिभा के धनी महाथेरा भंते विनयकीर्ति की चिकित्सा सेवा, जन सेवा, धम्म सेवा सदैव स्मरणीय रहेगी l उनके परिनिर्वाण से सेवा का एक अध्याय समाप्त हो गया जिसकी पूर्ति असंभव है l

डीआर दोहरे ने कहा कि धम्म सेवक महाथेरा विनय कीर्ति का परिनिर्वाण बौद्ध धर्म की अपूरणीय क्षति है उनके न रहने पर बुद्ध का धम्म इटावा जनपद में थम सा गया है धम्म प्रसार में उनका योगदान अविस्मरणीय है उन के अभाव में बुद्ध बिहार इटावा संरक्षक विहीन हो गया है l

वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश प्रताप सिंह धनगर एडवोकेट, हाशिम खान ,अटल बिहारी ,दीपक राज , इफ्तिखार मिर्जा , मोहम्मद आमीन खान, मोहम्मद अजहरुद्दीन , सतीश शाक्य ,अभिषेक आजाद ने कहा कि महाथेरा भंते विनय कीर्ति का परिनिर्वाण एक असाधारण घटना है हमें उनके कृतित्व को ध्यान में रखकर उनकी तरह संघर्षरत एवं समाज सेवा से जुड़े रहना चाहिए l भंते विनय कीर्ति के जाने से एक युग समाप्त हो गया है हमें उनकी दी हुई शिक्षा को नैतिकता के आधार पर अपने जेहन में उतार कर समाज सेवा का व्रत ले लेना चाहिए यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी

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