Uttar Pradesh : ग्रामीण आजीविका मिशन की पहल से महिलाएं बन रही है आत्मनिर्भर

दिलीप कुमार इटावा : उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, इटावा में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण का शुभारंभ गुरुवार को डॉ. राजा गणपति आर. मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशन में किया गया। उन्होंने बताया कि सिलाई कढ़ाई महिलाओं के लिए श्रेष्ठ और सहज व्यवसाय है।
इसमें विकासखंड महेवा, बसरेहर और जसवंत नगर की 200 महिलाएं प्रतिभाग कर रही हैं।
उपायुक्त स्वरोजगार बृज मोहन अम्बेड ने बताया कि कोविड-19 के प्रभाव से पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के जीविकोपार्जन को सुनिश्चित करने के लिए कौशल विकास मिशन से अभिसरण रणनीति के तहत एक प्रयास किया जा रहा है।
इसमें प्रवासी परिवार की 19 महिलाएं, अनुसूचित जाति की 30, दिव्यांग 3, अल्पसंख्यक परिवार की 5 महिलाएं सहित कुल 200 महिलाएं प्रतिभाग कर रही हैं। यह दस दिवसीय गैर- आवासीय प्रशिक्षण है। इसके उपरांत प्रशिक्षित महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। यही महिलाएं सरकारी विद्यालयों के बच्चों की ड्रेस तैयार करेंगी। इससे एक तरफ शासन के लक्ष्यों को पूरा किया जा सकेगा वहीं दूसरी ओर महिलाओं को अपने गांव-घर में रोजगार सुलभ हो सकेगी।उन्होंने प्रशिक्षण केन्द्र का निरीक्षण किया और प्रतिभागियों को प्रेरित किया। कहा कि जीवन में कठिनाइयां हमें बर्बाद करने नहीं आती है बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकालने में हमारी मदद करती है। कठिनाइयों को यह जान लेने दो कि आप उनसे भी ज्यादा कठिन हो।
जिला मिशन प्रबन्धक आजीविका दीपेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि अब गांव से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए रोजगार का अवसर दिया जायेगा।