उत्तर भारत का प्रमुख पशु मेला बटेश्वर का द्वितीय चरण समापन की ओर, पशु व्यापारी कर रहे हैं मेले को अलविदा

संवाददाता रनवीर सिंह : उत्तर भारत का प्रमुख पशु मेला बटेश्वर द्वितीय चरण चरण का मेला सिमटने लगा है। व्यापारी अपने ऊंट ओर घोड़े लेकर घर वापिस लौटने लगे है। लोक मेला की तैयारियां शुरू होने लगी
है। प्रथम चरण का बैलों का मेला बिना लगे ही समाप्त हो गया । उसके बाद घोड़े ऊंटों का मेला सिमटने लगा
है। व्यापारी वाहनों में लाद कर अपने घोड़े ले जाने लगें हैं और व्यापारी भी पशुओं के साथ रवाना हो रहे
है। बुधवार को जिला पंचायत द्वारा दुकानों का आवंटन किया गया । एकादशी के शुभ अवसर पर
नागा साधुओं का पहला साही स्नान शुरू होगा और उसके बाद लोक मेला शुरू हो जायेगा।
अगर हम विगत वर्षों से इस वर्ष के पशु मिलने की तुलना करें तो हम पाते हैं कि इस बार पशु मेले में व्यापारियों मैं कब उत्साह दिखा। इसका मूल कारण देश में चल रही आर्थिक मंदी के कारण है या व्यापारियों में रूचि का कम होना है। मशीनीकरण के कारण भी पशुओं के खरीद-फरोख्त व ना होना मूल कारण माना जा सकता है।