यमुना पार क्षेत्र के टेढ़ी बगिया में पानी के टैंकर कर रहे अपनी मनमानी
क्षेत्रीय जनता को कीड़े मकोड़े का पिला रहे पानी

प्रताप सिंह आजाद की रिपोर्ट
आगरा । यमुनापार क्षेत्र के टेडी बगिया मे पानी के प्राइवेट टेकंरो ने अपना बे जोड़ मजबूत जाल बिछा रखा है। अगर इन्हें कहा जाए तो पानी के टैंकर माफिया भी कहना गुनाह नहीं होगा । क्योंकि क्षेत्र में कीड़े मकोड़ों निकलते हैं न के टैंकर के पानी में चलिए आज हम ऐसा ही एक टैंकर चालक एवं उसके टैंकर से दिए हुए पानी से भरी बाल्टी दिखाते हैं कि किस तरह इस टैंकर के पानी से निकला कीड़ा और इसकी शिकायत पानी के टैंकर चालक से की तो उसका कहना है कि ऊपर से कहीं आ गया होगा।
अब सवाल यह उठता है कि जब खुले आसमान तले टैंकर खड़ा हुआ है ।तो फिर वहां से कीड़ा कैसे बाल्टी के पानी में आ सकता है। यह सब हाथरस रोड प्रकाश कोल्ड के पीछे हरेंद्र नामक टैंकर चालक हर रोज हजारों आदमी इसी के टैंकर से पानी लेते हैं जो के पीने में इस्तेमाल भी करते हैं।
अब लेना इसलिए पड़ता है क्योंकि यहां नल तो है नहीं है जो कि गंगा जल जैसा पानी यहां की जनता पी सके यहां तो सिर्फ वोटर को लुभाने के लिए चुनाव टाइम मे नेतागण आते हैं और वादे कर चले जाते हैं। बस अब मरना तो इस बात का है जो कि मजबूरी मे क्षेत्रीय जनता को कीड़े मकोड़ों का पानी पीना मजबूरी बन जाता है। अब देखना होगा। कि आखिर इनको शुद्ध पानी कैसे प्राप्त होता है ।
टैंकर एवं टेकंर चालकों पर क्या कार्रवाई होती है। जबकि यह टैंकर चालक अपने पानी के टैंकरों को महीनो एवं बरसों से साफ सफाई नहीं करते और यूं ही गंदा पानी जनता को पिलाते रहते हैं। जिससे जनता के स्वास्थ्य खराब होता है। और बीमारियां फैलती हैं। आज दिन यही हो रहा है ।यही करते चले आ रहे पानी के टैंकर चालक ।
अब जनता इसी बात को सोच रही है कि शायद यहां भी गंगाजल के नल होते तो शायद हम इस गंदे पानी को नहीं पीते। अब तो सिर्फ हमारी किस्मत में पीना ही रह गया है। अब ना जाने कब अधिकारियों की नजर पानी के टेकंर चालकों पर पड़ेगी, और क्या कार्रवाई होगी। यह तो सिर्फ अधिकारी ही बता सकते हैं। कैसे छुटकारा मिलेगा पानी की टैंकरों से।