मेरठ न्यूज: सड़क में बने गड्ढे दुर्घटना को देते निमंत्रण।

संवाददाता: मनीष गुप्ता
मेरठ जिले में थाना सिविल क्षेत्र के अंतर्गत सूरज कुंड पार्क मोड़ से लेकर पेट्रोल पंप तक सड़को की हालत बहुत ही खराब हुई पड़ी हैं। यहां की टूटी हुई सड़़क इतनी खराब हुई पड़ी है।कि यह सड़़क जान को मुसीबत बनी हुई है। जगह-जगह से टुटी यह सड़क बारिश के पानी से और भर जाती है। दूसरा नाले में गंदगी भर जाने के कारण नाले का गंदा पानी सड़क पर आ जाता हैं। और इन गड्ढों में भर जाता है। इससे न सिर्फ लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है, बल्कि कीचड़ और गंदा पानी जमा होने की वजह से मच्छर और दुर्गंध से भी लोगों का बुरा हाल है।
सड़कें भी जगह जगह टूटी हुई हैं। यह लोग इस सड़क पर गिरने के भय से बहुत आराम से वाहनों को चलाते हैं। अगर ये गिर गए होते तो शारीरक चोट भी आ सकती थी वहीं दुसरी और गढ्ढो के डर से वाहन चालकों को बहुत ही धीरे वाहन चलाना पड़ रहा है। इससे वाहनों के आवागमन में दिक्कत होती है। इसके बावजूद सुविधाओं की कमी से लोग लगातार जूझ रहे हैं। इससे उन्हें छुटकारा नहीं मिल सका है। यह नगर निगम की लापरवाही ही तो हैं जो लोगों के जिदंगी से खिलवाड़ कर रहा है। किसी को भी किसी तरह की जनहानि हुई तो क्या नगर निगम इसकी भरपाई कर पाऐगा। ईविज चौराहे से लेकर कचहरी मोड़ तक सड़को पर जगह जगह छोटे छोटे गड्ढे बने हुए हैं। जिनका बरसात में पानी भर जाने के कारण पता नही चलता है। जिस कारण वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं। यहां की टूटी हुई सड़़क इतनी खराब हुई पड़ी है।कि यह सड़़क जान को मुसीबत बनी हुई है। जगह-जगह से टुटी यह सड़क बारिश के पानी से और भर जाती है। दूसरा नाले में गंदगी भर जाने के कारण नाले का गंदा पानी सड़क पर आ जाता हैं। और इन गड्ढों में भर जाता है। इससे न सिर्फ लोगों को आवाजाही में परेशानी होती है। इसी कारण कीचड़ और गंदा पानी जमा होने की वजह से मच्छर और दुर्गंध से भी लोगों का बुरा हाल है। सड़कें भी जगह जगह टूटी हुई हैं। यह लोग इस सड़क पर गिरने के भय से बहुत आराम से वाहनों को चलाते हैं। अगर ये गिर गए होते तो शारीरक चोट भी आ सकती थी वहीं दुसरी और गढ्ढो के डर से वाहन चालकों को बहुत ही धीरे वाहन चलाना पड़ रहा है। इससे वाहनों के आवागमन में दिक्कत होती है। इसके बावजूद सुविधाओं की कमी से लोग लगातार जूझ रहे हैं। इससे उन्हें छुटकारा नहीं मिल सका है। यह नगर निगम की लापरवाही ही तो हैं जो लोगों के जिदंगी से खिलवाड़ कर रहा है। किसी को भी किसी तरह की जनहानि हुई तो क्या नगर निगम इसकी भरपाई कर पाऐगा।