Bihar News – राजापाकर में महिलाओं ने संतान की लंबी उम्र व खुशहाली के लिए श्रद्धापूर्वक रखा जितिया व्रत
संतान की लंबी आयु, सुख-समृद्धि और रक्षा के लिए महिलाओं ने बाबा गणिनाथ मंदिर परिसर में रखी निर्जला उपवास और सुनी जितिया व्रत कथा

संवाददाता – राजेन्द्र कुमार
राजापाकर / वैशाली
राजापाकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों व बाजारों में महिलाओं ने जितिया पर्व 2025 श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया। इस अवसर पर महिलाओं ने निर्जला उपवास रखकर अपनी संतान की लंबी आयु, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की कामना की।
हिंदू मान्यता के अनुसार, जितिया व्रत करने से संतान पर आने वाले संकट दूर हो जाते हैं और उन्हें दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है। इस पर्व की कथा का संबंध महाभारत काल से जुड़ा है। कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के बाद अश्वत्थामा ने उत्तरा के गर्भ में पल रहे शिशु को मारने का प्रयास किया था। तब भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी दिव्य शक्ति से उस शिशु को पुनः जीवित किया और उसका नाम जीवित्पुत्रिका रखा। तभी से माताएं संतान की रक्षा और लंबी आयु के लिए यह व्रत करती आ रही हैं।
राजापाकर बाजार स्थित बाबा गणिनाथ मंदिर परिसर में भी बड़ी संख्या में महिलाएं जुटीं। यहां ब्राह्मण पंडित देवानंद आचार्य ने महिलाओं को जितिया व्रत कथा सुनाई और धार्मिक अनुष्ठान कर भगवान जित्वान की पूजा-अर्चना कराई। मंदिर परिसर में महिलाओं ने फल, फूल और माला अर्पित कर भगवान से अपनी संतान की रक्षा की कामना की।
इस अवसर पर उपस्थित महिलाओं में नीलम देवी, शोभा देवी, आशा देवी, नीलम कुमारी, आदिती राज, कोमल कुमारी, देवीया देवी, बेबी देवी, सिंगारी देवी, लक्ष्मी देवी समेत बड़ी संख्या में व्रती महिलाएं शामिल रहीं।