भारत बंद का दिख रहा मिलाजुला असर, सड़कें दिखी खाली, राजधानी में 2 बजे के बाद से बंद
संवाददाता महेंद्र बाबु
देश व्यापारियों और उनसे जुड़े कुछ बड़े संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है. इनकी मांग है कि वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी के क्रियान्वयन और प्रणाली को आसान बनाया जाए. इसके लिए कंफेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स की ओर से भारत बंद बुलाया गया है. इसे अब ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन का भी समर्थन मिला है. ऐसे में देश के शहरों में इसका मिलाजुला असर दिख रहा है.
कई स्थानों से भारत बंद की तस्वीरें सामने आई हैं. शहर में सड़कों पर इस दौरान सन्नाटा पसरा है. संगठनों की ओर से कहा गया है कि देश भर के सभी बाजार बंद रहेंगे और सभी राज्यों के अलग-अलग शहरों में धरना प्रदर्शन होगा. सभी राज्य स्तरीय-परिवहन संघों ने भारत सरकार की ओर से पेश किए गए नए ई-वे बिल कानूनों के विरोध में कैट का समर्थन किया है.
ट्रांसपोर्ट सेक्टर के अलावा बड़ी संख्या में व्यापारिक संगठनों ने भी व्यापार बंद करने का समर्थन किया है. इसमें ऑल इंडिया एफएमसीजी डिस्ट्रिब्यूटर्स फेडरेशन, फेडेरेशन ऑफ एल्युमिनियम यूटेंसिल्स मैन्यूफैक्चरर्स एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन, नॉर्थ इंडिया स्पाईसिस ट्रेडर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया वूमेंन एंटेरप्रैन्योर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया कंप्यूटर डीलर एसोसिएशन, ऑल इंडिया कॉस्मेटिक मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन शामिल हैं.
वही कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दोपहर 2 बजे के बाद बाजार बंद रहेंगे. उन्होंने अन्य राज्यों में बंद को मिली प्रतिक्रिया साझा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सभी प्रमुख बाजार बंद रहेंगे, जबकि दक्षिण भारत में इसका 70-80 प्रतिशत प्रभाव और पूर्वोत्तर राज्यों 80 प्रतिशत से अधिक प्रभाव रहने की उम्मीद है.