Etawah News : कोरोना संक्रमण की परवाह नहीं, जाम के हालात से बाजारों में चलना दूभर

आशीष कुमार इटावा। नगर में अतिक्रमण के हालात बेकाबू बने रहने और नो एंट्री में भी पुलिस कर्मियों की मेहरबानी से यहां के बाजारों में दिन दिन भर जाम के हालात बने रहते हैं। यातायात और लोगों का पैदल तक चलना दूभर है। यह हालत तब है जब कोरोना संक्रमण का भय खूब सर चढ़कर बोल रहा और लोगों को एक दूसरे से चार पांच फीट दूर रहने की नसीहत का जोरों से ढिंढोरा पीटा जा रहा है।

देखने से साफ लगता कि लोगों को अपनी जिंदगी की कोई परवाह नही है। पहले निकलने की होड़ में वह ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते अपनी तरह से जिंदगी जीना उन्हें रास आ रहा है।
जसवंतनगर कोरोना संक्रमण के मामले में किसी से पीछे नही है।अब तक अकेले यहां की बस्ती में 65 केस पॉजिटिव सामने आ चुके और तीन मौतें हो चुकीं। मगर बाजारों में भीड़ के नए रिकार्ड बन रहे । इसी से जाम के हालात भी चरमोत्कर्ष पर हैं। अभी तक कहा जाता था कि यहां नगर में जाम की बड़ी वजह स्कूली बसें है , जो नगर के बाजारों से जब बच्चों को लाती , ले जातीं तब जाम लगता, मगर इन दिनों कोई स्कूल खुला न होने से कोई स्कूल बस भी नही चल रही। मगर कर्कश जाम के हालात जस के तस हैं। नगर का बड़ा चौराहा, छोटा चौराहा, पालिका बाजार का सुपर मार्केट एरिया और नदी पुल से लेकर सब्जी मंडी गेट तक जाम दिन भर लगता है।
आप यदि बाइक या सायकिल अथवा पैदल बाजार आएं हैं ,तो एक चौराहा से दूसरे चौराहा तक की 200-300 मीटर दूरी पार करने में एक डेढ़ घण्टा लग ही जायेगा। जसवंतनगर का पालिका बाजार, सदर बाजार, बजाजा लाइन, नदी पुल पर मुख्य सड़क अतिक्रमण के चलते 15-16 फुट चौड़ी ही मात्र दिखती है।
मई महीने में एसडीएम जसवंतनगर ज्योत्स्ना बन्धु ने हाइवे चौराहा से लुधपुरा तिराहा तक तथा थाना गेट के सामने बेरियर लगवाकर सुबह 10 बजे से शाम 8 बजे तक चौपहिया एवम बड़े वाहनों और ट्रेक्टरों की नोएंट्री लागू की थी। जो ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा मन माने ढंग से लागू कराये जाने से साधारण लोगों पर ही लागू है। रसूखदारों की गाड़ियां कभी भी बाजार में घुसती और जाम की हालत पैदा करती है।
नगर पालिका और पुलिस कई बार अतिक्रमण विरोधी अभियान चला चुकी ,मगर नगर में दुकानदारों के बढ़े हुए फड़ और ठेले खोमचे वाले हटाये नही हटते और नगर जाम में घिर रहता। कई बड़े दुकानदारों की दुकानों के सामने रॉड पर वाहनों खासकर मोटर साइकिलों का जमावड़ा लगा रहता और जाम लगता ,मगर कोई ध्यान देने वाला नही है। केवल कमजोर दुकानदारों के चालान काटकर और उन पर लाठी चलाकर पुलिस इति श्री कर लेती। यही वजह जाम ने जसवंतनगर के हालात नारकीय कर दिए हैं।




