Etawah News: पवन पुत्र हनुमान के भक्तों ने बुढ़वा मंगल पर्व बड़ी धूम धाम और आस्था से मनाया।

आशीष कुमार
इटावा: जसवंतनगर पवन पुत्र हनुमान के भक्तों ने बुढ़वा मंगल पर्व बड़ी धूम धाम और आस्था से मनाया। प्रसिद्ध पिलुआ हनुमान मंदिर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और दिन भर मेला लगा रहा। नगर से 10 किलोमीटर दूर स्थित प्रसिद्ध पिलुआ हनुमान मंदिर पर हर साल की भांति इस साल भी बड़ी संख्या में भक्तों का पहुंचना दिनभर जारी रहा।
रात 12 बजे से कपाट खोले गए और दर्शन शुरू हो गए थे। दर्शनार्थियों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई थीं। पुलिस अमला भी पहले से ही सक्रिय था। एसएसपी ने दोपहर में दर्शन कर प्रसाद ग्रहण किया। देर शाम तक मेला जारी रहा। सैकड़ों की संख्या में प्रसाद सहित अन्य दुकानें सजी हुई थीं। बच्चों के लिए खिलौने और झूले भी लगे हुए थे। भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए मंदिर के मुख्य पुजारी की ओर से सैकड़ा भर वालंटियर तैनात किए गए थे। साइकिल और बाइक स्टैंड भी बनाए गए थे।
बुढ़बा मंगल पर्व हर वर्ष भादों माह के अंतिम मंगलवार को मनाया जाता है। भीषण गर्मी और बरसात के मौसम के बाद हनुमान जी के चोले का परिवर्तन कर उन्हें भक्त नव यौवन का रूप देते हैं। नगर के करीब 16 -17 मंदिरों में लगभग सभी में हनुमान प्रतिमा विराजित हैं। ग्रामीण इलाकों में लोगों ने अपने गांव के हनुमान मंदिरों में पूजा-अर्चना की।
लोग मंदिरों में हनुमान जी की पूजा अर्चना को पहुंच रहे थे। बूंदी, बेसन के लड्डुओं के प्रसाद के साथ मीठी पूड़ी’पुआ’ का भोग बजरंगवली को अर्पित कर रहे थे। बहुतों ने अपनी मनोकामना पूरी होने के उपलक्ष में सीता मैया के अनन्य प्रिय बजरंगी के तन पर सिंदूर का चोला चमेली, देसी घी में मिलाकर चढ़ाया और चांदी के वर्क चढाकर पवनपुत्र का श्रृंगार किया।
नगर में कैस्थ के मंदिर के अलावा नागेश्वर मन्दिर, रामेश्वरम मन्दिर, तालाब मन्दिर, शाला मन्दिर, रेलवे फाटक मन्दिर पर भक्त बड़ी संख्या में चोला व प्रसाद चढ़ाने पहुंचे। रेलमण्डी स्थित राम-सीता मन्दिर और लुधपुरा के हनुमान मंदिरों पर सबेरे से खूब भीड़ रही। मंदिरों पर हनुमान चालीसा और आरतियां गूंजती रही।