Etawah News: तालाब गंदगी से ओवरफ्लो, आम जनमानस को होती परेशानी

संवाददाता: आशीष कुमार
इटावा/जसवंतनगर: खेड़ा बुजुर्ग गांव का ओवरफ्लो तालाब गंदगी से अटा पड़ा हुआ है इस कारण सरकारी संपत्तियों को नुकसान हो रहा है और जन हानि की संभावना बनी हुई है। ग्रामीणों के मुताबिक पिछले कई सालों से इस तालाब के ओवरफ्लो होने की समस्या जस की तस बनी हुई है। गंदगी का आलम यह है कि विभिन्न संक्रामक रोग गांव में फैले रहते हैं। खासकर तालाब किनारे रहने वाले लोग अधिकांशत: बीमार बने रहते हैं जबकि आम रास्ते पर भी गंदा पानी भरा हुआ है इस कारण लोग आए दिन उस गंदे पानी में गिरते रहते हैं।
स्कूल के दिनों में बच्चे भी स्कूल नहीं पहुंच पाते हैं बमुश्किल उन्हें अभिभावक ही स्कूल तक पहुंचा कर लौटते हैं। कंपोजिट स्कूल की नींव तक तालाब का पानी भरा हुआ है जो बच्चों व अध्यापकों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। स्कूल की बाउंड्री वॉल भी काफी हद तक डूबी हुई है। स्कूल के प्रधानाध्यापक हरिमोहन राजपूत ने बताया कि स्कूल के दो कमरों तक तालाब का गंदा पानी भरा रहता है कुछ फर्श भी खराब हो गया है। बारिश के दिनों में तो शौचालय और किचन तक पानी भर जाता है। इस संबंध में उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को भी पत्र लिखकर अवगत कराया था। ग्रामीणों का कहना है कि वह भी आए दिन प्रशासन को इस ओवरफ्लो गंदगी से अटे पड़े तालाब की शिकायतें अक्सर करते हैं किंतु अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
यहां ग्रामीणों के लिए लगे एक हैंडपंप में पानी नहीं बल्कि तालाब में हैंडपंप है जो पिछले कई सालों से तालाब के गंदे पानी में डूबा हुआ है। शिव मंदिर की ओर जाने वाली सड़क पर लोग आए दिन गिरते हैं कई लोग गिरकर चोटिल हो चुके हैं। सड़क किनारे रहने वाले वेद प्रकाश झा, सुरेश झा, राम शंकर दुबे, अरविंद तोमर एवं तालाब किनारे रहने वाले संदीप कुमार, सत्यनारायण दुबे, शिवकांत दुबे, सरमन, सुभाष बारी इत्यादि के परिवार बेहद परेशान हैं। ज्ञान देवी का परिवार तालाब किनारे रहने के कारण उनकी जान का जोखिम बना रहता है कभी भी कोई हादसा हो सकता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा! ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि इस समस्या पर तत्काल ध्यान दिया जाए।