Etawah News: एक बार फिर काल बना रघुकुल हॉस्पिटल, एक और महिला की मौत

क्षेत्रीय संवाददाता
इटावा: स्वास्थ विभाग की मिली भगत से रघुकुल हॉस्पिटल में लगातार हो रही मरीजो की मौत रुकने का नाम नही ले रही है। सिविल लाइन इलाके में रेलवे स्टेशन के पास स्थित रघुकुल हॉस्पिटल में एक और महिला की मौत हो गई। परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा के दिया।
मौत के बाद बेदर्द अस्पताल संचालक और कर्मियों ने शव को अस्पताल से बाहर कर दिया। परिजनों के हंगामे की सूचना पर पहुची पुलिस ने कारवाही का आश्वासन देकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
इससे पूर्व भी एक के बाद एक मौत के चलते रघुकुल हॉस्पिटल चर्चा में है। अब तो लोग इसे मौत का हॉस्पिटल कहने लगे है। पूर्व में लगातार हो रही मौतों के चलते हॉस्पिटल को बंद किया जा चुका है और जांच कमेटी ने हॉस्पिटल के खिलाफ रिपोर्ट भी लगाई थी लेकिन स्वास्थ विभाग की मिली भगत के चलते नियमो को ताक पर रख कर हॉस्पिटल को दुबारा खोल दिया गया था।
रघुकुल हॉस्पिटल न तो स्वास्थ विभाग के मानक पूरे करता है और न दमकल विभाग, कोई बड़ा हादसा होने पर दर्जनों जाने जा सकती है। इसके बाद भी स्वास्थ विभाग इस हॉस्पिटल को संचालित करने की अनुमति दे रहा है ये जांच का विषय है।
इलाज के नाम पर और कितनी जान लेगा- उदयभान सिंह यादव
कॉंग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष उदयभान सिंह यादव ने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी और मिलीभगत से प्राइवेट अस्पतालों में घोर लापरवाही से मरीजो की मौत का सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है
शहर के स्टेशन बजरिया स्थित प्राइवेट रघुकुल अस्पताल में अस्पताल की लापरवाही से कई मरीजों की जान जा चुकी है तीमारदारों द्वारा जब मौत का कारण पूछा जाता है तब अस्पताल कर्मियों द्वारा परिजनों के साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी जाती है। रघुकुल अस्पताल में मरीजों की मौत को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष उदय भान सिंह यादव ने कहा कि पूर्व में स्वास्थ्य विभाग की तीन सदस्यीय जांच कमेटी इस अस्पताल के खिलाफ रिपोर्ट लगा चुकी है लेकिन स्वास्थ्य विभाग में आलाधिकारियों ने इस अस्पताल को दुबारा से शुरू करवा दिया।और मरीजों की जान लेने के लिए एक अवसर और दिया उसका नतीजा ही है कि एक महिला मरीज की जान चली गई ऐसे अस्पताल पर ठोस कार्यवाही की जाए जिससे अन्य मरीज की जान जाने से रोका जा सके।