Etawah News: गोमती रिवर फ्रंट घोटाला ठेकेदार पुनीत अग्रवाल के घर लखनऊ से आई सीबीआई की टीम ने की छापेमारी

संवाददाता महेश कुमार
इटावा: उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार के कार्यकाल के दौरान लखनऊ में बड़े घोटाले में सीबीआइ ने अपनी जांच की गति तेज कर दी है। लखनऊ में करीब 1800 करोड़ रुपए के गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में सीबीआइ की एंटी करप्शन ब्रांच ने उत्तर प्रदेश के साथ ही पश्चिम बंगाल तथा राजस्थान के कई जिलों में छापा मारा है।ठेकेदार पुनीत अग्रवाल के घर लखनऊ से आई सीबीआई की टीम ने की छापेमारी। गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच के क्रम में कई गई छापेमारी। पुनीत अग्रवाल बड़े ठेकेदारों में है शामिल। गोमती रिवर फ्रंट के निर्माण में उनकी कंपनी को भी मिला था काम। पुनीत अग्रवाल की चौगुर्जि और आवास विकास कॉलोनी स्थित आवास पर की गई छापेमारी। टीम ने आवास विकास कॉलोनी आवास किया सीज।
सीबीआइ लखनऊ की एंटी करप्शन ब्रांच ने गोमती रिवरफ्रंट घोटाले में आरंभिक जांच के बाद तत्कालीन अधीक्षण अभियंता रूप सिंह यादव, शिवमंगल यादव, चीफ इंजीनियर काजिम अली, असिस्टेंट इंजीनियर सुशील कुमार यादव समेत 190 लोगों के विरुद्ध नया केस दर्ज किया है। इस केस को दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने कई टीमें गठित कर उत्तर प्रदेश के 13 जिलों के साथ राजस्थान के अलवर और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में 42 स्थानों पर व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया। सोमवार तड़के शुरू हुआ अभियान जारी है और दिन में इसे बढ़ाया जा सकता है। सीबीआइ अधिकारियों ने बताया कि एफआईआर में तत्कालीन इंजीनियरों सहित उत्तर प्रदेश सरकार के 190 अधिकारियों और अन्य को आरोपित किया कया है। गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में सीबीआइ ने दूसरी प्राथमिकी दर्ज की है।