Etawah News : समूह सखी की चार दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया

समूह सखी की चार दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया गया
मनोज कुमार राजौरिया इटावा: उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधन इकाई, इटावा के तत्वावधान में समूह सखी मॉड्यूल प्रथम और द्वितीय के दो बैच का प्रशिक्षण क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान, बकेवर में शुभारंभ हुआ। डॉ. राजा गणपति आर. मुख्य विकास अधिकारी के निदेशन में प्रशिक्षण आयोजित है।
इसमें जनपद के सभी विकास खण्डों से समूह सखियों ने प्रतिभाग कर रही है। बृज मोहन अम्बेड, उपायुक्त स्वतः रोजगार और डॉ. सुरेश चन्द्र, आचार्य, क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान, बकेवर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर प्रशिक्षण का शुभारंभ किया।
उन्होंने बताया कि समूह सखी आजीविका मिशन की रीढ़ है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को घरेलू रोजगार से जोड़कर उनके जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए काम करेंगी।
★ उन्होंने ग्रामीण, वंचित और प्रवासी परिवार की महिलाओं की किस्मत सँवारने की अपील की। नन्दकिशोर साह, जिला मिशन प्रबंधक(एसएम-सीबी) ने बताया कि प्रथम मोड्यूल में समूह की अवधारणा और प्रबंधन तथा द्वितीय मॉड्यूल में प्रतिभागियों को समूह की सभी लेखा पुस्तिकाओं के लेखांकन का अभ्यास कराया जायेगा। लेखांकन के महत्त्व, व्यक्तिगत, अनुभव, प्रोजेक्टर और केस स्टडी के माध्यम से लेखांकन का अभ्यास कराया जा रहा है।
★ समूह में पंचसूत्र के पालन करने से महिलाओं में आत्मविश्वास, आपसी एकता से साथ साथ आर्थिक- सामाजिक विकास होता हैं। वैंकट राव और आत्माराम, डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन, एकता, राधारानी, किरण, रंजना बीआरपी ने प्रशिक्षक के रूप में योगदान दे रही हैं। मौके पर शबनम भदौरिया, अर्चना, सुनैना, सावित्री सहित सभी प्रतिभागी मौजूद रहीं। जनपद इटावा में 445 समूह सखी है।समूह की पंचसूत्र का पालन करने के लिए जागरूक करती है। वंचित और प्रवासी परिवार को पहचानकर समूह से जोड़ती है।
★ क्या है पांच सूत्र
1. साप्ताहिक नियमित बैठक
2. साप्ताहिक नियमित बचत
3. नियमित लेन- देन
4. ऋण वापसी
5. लेखांकन
★ समूह में समूह सखी की भूमिका है महत्वपूर्ण
समूह सदस्य और समूह खाता-बही लेखिका को प्रशिक्षण देना, समूह का खाता खुलवाना, समूह का ग्रेडिंग करना, उसे स्टार्टअप कॉस्ट, रिवाल्विंग फंड और समुदायिक निवेश निधि दिलाना और इसका उपयोगिता प्रमाण पत्र तैयार करना, समय-समय पर ऋण वापसी कराते हुए लेन-देन की नियमित लेखांकन करना आदि समूह सखी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। वह महिलाओं को वित्तीय साक्षरता और हस्ताक्षर करना भी सिखाती है।