बिहार के सोनू कुमार 11 वर्ष में बने पूरे भारत में चर्चा का विषय
संवाददाता-राजेनद्र कुमार
नालंदा/ बिहार का रहने वाले एक 11 वर्ष का लड़का जिसका नाम सोनू कुमार है वह आईएएस बनना चाहता है।
जिसकी ख्वाहिश थी कि मैं मुख्यमंत्री से मिलूंगा और अपनी दिल की बात उनसे साझा करूंगा और कई बार प्रयास करने के बाद आखिरकार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष पेश हो गये।
सरकारी स्कूलों की बदहाली बताते हुए हाथ जोड़कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करने लगा कि सर मैं पढ़ना चाहता हूं लेकिन सरकारी स्कूलों की हालत खस्ता होने के कारण मैं अपना सपना पूरा नहीं कर पाऊंगा सोनू ने यह भी बताया कि मेरे पिताजी शराब पीते हैं इसलिए घर की आर्थिक तंगी ओं का सामना भी करना पड़ता है यदि कानून कहता है तो हमारे पिताजी को जेल भी हो जाए मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन मैं पढ़कर आईएस बनना चाहता हूं।
इतना बात सुनकर सब के सब हक्के बक्के रह गए कि एक 11 वर्ष का लड़का प्रदेश के मुख्यमंत्री से आंखों में आंखें डाल कर भरपूर एनर्जी के साथ अपनी बातों को रख रहा है।
धन्यवाद देता हूं सोशल मीडिया के पत्रकारों को जिन्होंने देखते-देखते सोनू कुमार को सुपर स्टार से कम ख्याती नहीं दिलाई।
आज सोनू कुमार के पास बड़े-बड़े टीवी चैनल बड़े बड़े अखबार इंटरव्यू के लिए लाइन में खड़े बड़े-बड़े नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए सोनू कुमार से मिल रहे हैं यहां तक कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपने दूत को भेज कर सोनू कुमार के परिवार सोनू कुमार को बंगाल बुलाने का ऑफर किया।
पप्पू यादव ₹50000 का आर्थिक सहायता की है वही सुपरस्टार सोनू सूद एक अच्छे स्कूल में एडमिशन करवा दिए हास्टल भी दिला दिए।
लेकिन अभी तक सरकार के तरफ से सोनू कुमार को कोई वरीयता नहीं मिल पाई है ऐसा दावा किया जा रहा है।
आज सोनू कुमार के दिमाग को देखकर सोनू कुमार के हौसले को देखकर सोनू कुमार के जज्बातों देखकर पूरा देश सोनू कुमार को सेल्यूटकर रहा है।
पर सवाल यहां यह उठ रहा है कि क्या सोनू कुमार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ना मिलते अपनी बातों को ना रखते तो क्या आज सोनू कुमार को पूरा भारत देखा था।
आज जो लोग सोनू कुमार की मदद के लिए आगे आ रहे हैं वह सोनू की मदद करते यदि सोनू कुमार अकेले जाकर किसी नेता से मिलते हैं किसी समाज सेवक से मिलते हैं और अपनी बातों को बताते तो क्या उनकी मदद लोग करते बिल्कुल नहीं करते यह कड़वा सच है।
लोग बहुत हिम्मत भी कर देते दो सो ₹200 देकर सोनू के जज्बातों को नजरअंदाज कर देते।
लेकिन आज जब सोनू कुमार को पूरा भारत जानने लगा तो बड़े-बड़े नेता बड़े बड़े अभिनेता बड़े-बड़े चैनल वाले सोनू कुमार के पास आने के लिए लाइन लगाकर खड़े हैं।
भारत डिजिटल हो चुका है सोशल मीडिया का जमाना है सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म है कि आपके अंदर कुछ छुपा है उसको प्रदर्शित करना चाहते हैं तो आपको सोशल मीडिया रातो रात चमका देता है तमाम ऐसे लोग इंटरनेट के जरिए देश विदेश में छाए और आज भी छाये है।
लेकिन सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या सोनू कुमार को देश किसी तरह से प्यार दुलार करता रहेगा सोनू को नेताओं से अभिनेताओं से समाज सेवकों से उनके आईएस तक का सफर तय करने का मदद मिलता रहेगा या फिर जैसे जैसे मीडिया सोनू कुमार को दिखाना कम करेगी वैसे वैसे लोग भी सोनू कुमार से दूर होते चले जाएंगे।
आवाज जन-जन की तरफ से मैं सबसे पहले उन पत्रकारों को धन्यवाद दूंगा जिन्होंने सोनू कुमार का वीडियो वायरल करके सोनू कुमार के कैरियर को संवारने का कार्य किए हैं। धन्यवाद उनको भी करेंगे जो सोनू कुमार को हर तरफ से मदद करने के लिए आगे आ रहे हैं और सलूट करूंगा सोनू कुमार को जिन्होंने अपना एक इतिहास 11 साल की उम्र में ही रच दिए हैं।