Bihar News 850 करोड़ की लागत से बने बेतिया जीएमसीएच की बदहाली उजागर: पोस्टमार्टम हाउस के पास गंदगी का अंबार, शौचालय का पानी बह रहा परिसर में

संवाददाता मोहन सिंह
बेतिया/ पश्चिम चंपारण।
850 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) की जमीनी हकीकत चौंकाने वाली है. एक ओर जहां सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए बड़े-बड़े दावे करती है .वहीं दूसरी ओर इस अत्याधुनिक अस्पताल में मूलभूत स्वच्छता का घोर अभाव देखने को मिल रहा है।
हाल ही में अस्पताल परिसर की एक तस्वीर सामने आई है .जिसमें पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य द्वार के बाहर कचरे का ढेर और बहता गंदा पानी साफ नजर आ रहा है .जानकारी के अनुसार, यह गंदा पानी अस्पताल परिसर में स्थित शौचालय से निकलता है .जो सीधा पोस्टमार्टम हाउस के बाहर जमा हो रहा है .इससे वहां आने-जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस जगह पर अक्सर सूअर और अन्य जानवर देखे जाते हैं .जो संक्रमण और बीमारियों को बढ़ावा दे सकते हैं .हैरानी की बात यह है कि अस्पताल प्रशासन इस स्थिति से पूरी तरह वाकिफ होने के बावजूद आंखें मूंदे बैठा है .रोजाना सैकड़ों लोगों की आवाजाही होती है. इस अस्पताल में गंदगी और बदबू से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इतनी भारी भरकम लागत से बने अस्पताल में ऐसी अव्यवस्था क्यों? क्या निर्माण कार्यों में गड़बड़ियों और भ्रष्टाचार ने इस हालत को जन्म दिया है?
अस्पताल प्रशासन की चुप्पी और लापरवाही पर अब सवाल उठने लगे हैं .लोगों की मांग है कि इस गंभीर समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए .ताकि मरीजों और आम जनता को सुरक्षित और स्वच्छ माहौल मिल सके।