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Bihar news राजपुताना छात्रावास के सम्मान को लौटाने का दावा

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया

क्षत्रिय महासभा चंपारण के जिलाध्यक्ष डाक्टर राकेश कुमार सिंह ने एक विज्ञप्ति के जरिए जताया है कि बी एच यू जैसे देश के शीर्ष विश्वविद्यालय में भी प्रांत और देश के घटिया राजनीति के वायरस पनपने लगे हैं। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए जताया है कि तीन वर्ष पूर्व जब वे किसी सेमिनार में शामिल होने बनारस गए थे तब बी एच यू परिसर घूमने के क्रम में उन्होंने राजपूत छात्रावास का साइन बोर्ड देखा था उन्होंने बकायदा साइन बोर्ड के साथ एक तस्वीर भी खिंचवाया और उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था जिसे लाखों लोगों ने पसंद किया था। परन्तु तीन वर्ष बाद तीस अगस्त को जब श्री सिंह पुनः बनारस सपरिवार घूमने गए और बी एच यू परिसर पहुंचे तो बी एच यू प्रोद्योगिकी संस्थान के उस छात्रावास के सामने लगा राजपूताना छात्रावास का साइन बोर्ड गायब था। अवाक हो श्री सिंह ने विभागीय जानकारों से जब खबर लेने का प्रयास किया तो सबने गोल मटोल उत्तर देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। संस्कृति और स्मिता के भाव से भरे राकेश ने सोशल मीडिया पर इस आशय का जेहाद शुरू कर दिया।

Bihar news राजपुताना छात्रावास के सम्मान को लौटाने का दावापरिणास्वरूप तब वैशाली जिला के अनिकेत सिंह और उनकी टीम ने उत्तर प्रदेश के करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष से संपर्क किया और फिर कई पेज में डॉ राकेश और बोर्ड के साथ वाला फोटो डाला। फिर पुरे देश ने इस घिनौना करतूत को जाना अगले दिन करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी ने छात्रवास का दौरा किया। और वहां के पदाधिकारियों से बात कर वहा बोर्ड को पुनः लगवा दिया इस घटना से लोगो में काफी आक्रोश हैं। खासकर राजपूत समाज में कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि 8 फिट का बोर्ड हटा कर 4 फिट का बोर्ड लगाना कहा तक उचित हैं। जब बी एच यू का निर्माण हुआ तब राजपूत महाराजो ने पंडित मदन मोहन मालवीय के लिए अपनी तिजोरियों को खोल दिया था।

Bihar news राजपुताना छात्रावास के सम्मान को लौटाने का दावाफ़िलहाल बोर्ड पुनः लगने से विवाद तो ख़त्म हो गया। लेकिन लोग सोसल मीडिया जरिए यह भी कह रहे हैं कि इस फोटो ने बहुत बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है। जिसमें पूर्वी चम्पारण के मधुबन के इस समाजसेवी की भूमिका और प्रयास अहम रही।

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जनवाद टाइम्स