Bihar News-बदलो सरकार बदलो बिहार जन अभियान चलाने का निर्णय

संवाददाता राजेन्द्र कुमार
वैशाली /लालगंज
लालगंज प्रखंड के गुरमिया/ शीतल भकुरहर पंचायत के पार्टी कार्यकर्ताओं का लोकल सम्मेलन पूगुड़मिया पंचायत भवन में राम पारस भारती की अध्यक्षता में संपन्न हुई। सम्मेलन में 17 सदस्यीय लोकल कमेटी का चुनाव किया गया, सर्वसम्मति से हरिंदर राम लोकल कमेटी के सचिव चुने गए।
सम्मेलन शुरू होने से पहले, अहमदाबाद,हवाई जहाज क्रैश , उत्तराखंड हेलीकॉप्टर क्रैश, और महाराष्ट्र में पुल धसने से अमृत मृत नागरिकों को श्रद्धांजलि देने के बाद सम्मेलन की कार्यवाही शुरू हुई। सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी जिला सचिव विशेश्वर प्रसाद यादव ने कहा कि मोदी की केंद्र सरकार देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाकर वोट हासिल करना चाहती है। यह सरकार हर आपदा में अवसर की तलाश करती है। कोरोना के समय 44 श्रम कानून को हटाकर मजदूरों के गुलामी वाला चार श्रम कोड लाया, किसानों की जमीन और फसल अडानी अंबानी के तिजोरी में कैद करने के लिए तीन काला कृषि कानून लाया। ठीक उसी तरह भारत सरकार द्वारा सीमा की ठीक से चौकीदारी नहीं करने के कारण पाकिस्तानी आतंकवादी पहलगाम में 26 पर्यटकों की हत्या कर देते हैं। उसमें से एक भी अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए। लेकिन इस कठिन समय में मोदी जी संप्रदाय के नफरत का बीज बोने का असफल प्रयास किये। ऑपरेशन सिंदूर में करनल सोफिया कुरैशी ने बहादुरी का परिचय दिया, फिर भी भाजपा के मंत्री विजय शाह सोफिया कुरैशी को आतंकियों की बहन का कर अपमानित करने का काम किया। मोदी की सरकार वैसे सैनिक विरोधी अपने मंत्री और नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं किये। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाले इस राज में छोटी-छोटी बच्चियों के साथ बलात्कार और हत्या की घटनाएं होती हैं।
सरकार खामोश है। कछुआ से लेकर उन्नाव तक, महिला पहलवानों के साथ भी भाजपा के बड़े नेताओं ने यौन शोषण और हत्या की घटनाओं को अंजाम दिया लेकिन भाजपा की सरकार उन बलात्कारियों के पक्ष में खड़ा हुआ। हमारी बेटियों को सरकार न्याय नहीं दिला सकी। महिला सशक्तिकरण का नारा देने वाली बिहार की सरकार आत्महत्या कर रही महिलाओं का कर्ज माफ नहीं किया, महिला सम्मान निधि योजना शुरू कर₹3000 प्रति महीना आर्थिक सहायता करने, देश में सबसे कम सामाजिक सुरक्षा पेंशन₹400 प्रति महीना से बढ़ाकर ₹3000 प्रति महीना करने का काम नहीं किया। सरकारी वादा के मुताबिक गरीबों को 5-5 डिसिमल आवासीय जमीन, पक्का मकान, लघु उद्यमी योजना से₹6000 मासिक से कम आय वाले को दो लाख रुपया आर्थिक सहायता करने का सरकारी वादा जुमला साबित हुआ है। यह सरकार फिर से बिहार के गरीबों को सामंतो का गुलाम बनाना चाहती है। सामंती दबदबा को बढ़ाना चाहती है। हम जनता के एकताबद्ध संघर्ष के जरिए सरकार के इस मंशा पूरा नहीं होने देंगे। सरकार को बदलकर ही बिहार को बदला जा सकता है। इसलिए बदलो सरकार बदलो बिहार अभियान को जन अभियान बना देना है। सम्मेलन को बबलू अंबेडकर, अजय कुमार यादव, शिव कालो देवी, सरफुद्दीन मियां, बिंदा शाह, राजपति देवी, गणिता देवी, ममता कुमारी, पूजा देवी, उर्मिला देवी, नीलम देवी, सरस्वती देवी, दसई राम, राहुल कुमार, कैलासिया देवी, गीता देवी, सुमरिया देवी, मंजू देवी, काजल कुमारी, सहित तीन दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने संबोधित करते हुए सरकार को बदलने का संकल्प लिया।