Bihar News गोनौली वन क्षेत्र में भालू की मौत
जांच में जुटी वन विभाग की टीम

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना वन प्रमंडल 2 के गनौली वन क्षेत्र के कक्ष संख्या टी 20 के बनकटवा जंगल में एक व्यस्क भालू की मौत की सूचना से एक बार फिर वन विभाग में हड़कंप का माहौल कायम हो गया है।
सूचना पर वन कर्मियों की टीम डीएफओ डॉक्टर नीरज नारायण के नेतृत्व में घटनास्थल पर पहुंचकर मृत भालू के शव को अपने कब्जे में ले लिया। 5 दिन पूर्व वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कक्ष संख्या एम 26 में रॉयल टाइगर बाघ और एक तेंदुए की मौत की सरगर्मी अभी शांत भी नहीं हुई थी की भालू की मौत की सूचना ने फिर टाइगर रिजर्व को सुर्खियों में ला दिया है।
इस बाबत पूछे जाने पर डीएफओ डॉ नीरज नारायण ने बताया कि घटनास्थल से कोई भी संदेहास्पद वस्तु की बरामदगी नहीं हुई है प्रथम दृष्टया भालू शरीर से वृद्ध और कमजोर दिख रहा है प्राकृतिक कारणों से इसकी मौत की संभावना प्रतीत होती है। वही वन संरक्षक डॉक्टर नेशामणि ने बताया कि भालू वृद्ध है और वृद्ध होने के बाद वन्यजीवों की प्राकृतिक मौत होती है।
भालू की मौत प्रथम दृष्टया काफी वृद्ध और कमजोर होने के कारण प्राकृतिक प्रतीत हो रही है वन विभाग के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम के द्वारा भालू के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है इसके बिसरे की जांच के लिए देहरादून और बरेली भेजा जा रहा है जांच रिपोर्ट से मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो जाएगा।