Bihar News-54 करोड़ की लागत से बरेला झील सलीम अली पक्षी आश्रयणी का होगा विकास

संवाददाता राजेन्द्र कुमार
प्रगति यात्रा के दौरान माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के एक महीने की भीतर ही मिली योजना की स्वीकृति
महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल के रूप में विकसित होने जा रहा बरेला झील
उप विकास आयुक्त के साथ मीडियाकर्मियों ने झील का किया भ्रमण
डीडीसी ने झील के तट पर पत्रकारों को योजना की दी विस्तृत जानकारी
बरेला झील तट, पातेपुर, 13 फरवरी।
वैशाली जिला के पातेपुर और जंदाहा प्रखंडों में अवस्थित बरेला झील सलीम अली पक्षी आश्रयणी का जल्द ही कायाकल्प होने जा रहा है।
वैशाली जिला में प्रगति यात्रा के दौरान 6 जनवरी, 2025 को इसके विकास और सौंदर्यीकरण की माननीय मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद 4 फरवरी, 2025 को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है।
अब 54 करोड़ की लागत से इसके डेवलपमेंट का कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। कार्य पूरा होते हैं बरेला झील राज्य के पर्यटन मानचित्र पर स्थापित हो जाएगा।
ये बातें उप विकास आयुक्त श्री कुंदन कुमार ने आज पत्रकारों को बताई।
आज वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर तथा अन्य प्रखंडों से कई पत्रकार बरेला झील के विकास की कार्य योजना को जानने यहां पहुंचे थे।
मीडिया के लोगों ने झील के कई कोने पर जाकर और बांस के टावर पर चढ़कर झील का मुआयना किया।
डीडीसी ने पत्रकारों को बताया कि बरेला वेटलैंड मौसमी बाढ़ से संरक्षण प्रदान करती है। वेटलैंड पानी की गुणवत्ता को बढ़ाती है। यह कई प्रवासी और देसी पक्षियों के लिए आवास प्रदान करती है।
उन्होंने बताया कि अभी गाद और इनलेट एवं आउटलेट के जाम होने तथा समुचित जल प्रबंधन के अभाव में वेटलैंड में पर्याप्त जलस्तर को बनाए रखने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा।
अब सरकार की इस परियोजना के पूर्ण होने के बाद वेटलैंड में पानी के प्रवाह को बढ़ाने और बनाए रखना आसान हो जाएगा।इस अवसर पर बरेला झील तट पर जिला सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी श्री नीरज, फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर श्री सुनील कुमार के साथ प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के दर्जनों पत्रकार गण मौजूद रहे।




