Bihar news बिहार के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में एक और मादा सावक की मौत

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघिन के शावक की हुई मौत, 8 महीने का है फीमेल शावक
बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाईगर रिजर्व (Valmik Tiger Reserve) में फिर एक बाघिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। बाघों की गणना के दौरान कैमरा ट्रैप से की जा रही मॉनिटरिंग के साथ महज चार महीने में लगातार तीसरी बाघों (Tigress Death) की मौत ने वन विभाग को सकते में डाल दिया है। बताया जा रहा है कि वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कालेश्वर के पास भारत नेपाल सीमा पर जिस बाघिन की मौत हुई है। वह मात्र 8 महीने की है। VTR के क्षेत्र निदेशक हेमकांत राय ने 8 माह के फीमेल शावक के शव मिलने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जहां पर शावक की मौत हुई है। वहां से कुछ ही दूरी पर बाघों को ट्रैक करने के लिए कैमरा लगाया गया है। जिसका मेमोरी चेक करने पर एक बाघ और बाघिन को देखा गया। दोनों काफी बड़े दिखाई दे रहे है। वन संरक्षक ने बताया कि उसी में कोई शावक पर हमला बोल दिया। फीमेल शावक के गले और माथेे पर गहरा जख्म है। उन्होंने आशंका जताई कि आपसी संघर्ष में मौत हुई है।
8 महीने का है फीमेल शावक
VTR के निदेशक सह मुख्य वन संरक्षक हेमकांत राय पूरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे औऱ शावक के शव को सुरक्षित पाए जाने की जानकारी देते हुए कहा है कि दो दिन पहले इसके मौत की संभावना है। मृत शावक के शरीर पर कोई भी जख्म या चोट का निशान फिलहाल नहीं दिख रहा है। सिर्फ गले व मथा पर दांत के निशान है। शावक की उम्र क़रीब 8 माह के आसपास है । जिसका अभी दूध का भी दांत नहीं टूटा है। उन्होंने बताया कि शावक के सभी पार्ट्स सुरक्षित है। गुरुवार की सुबह सावक की शव का पोस्टमार्टम कालेश्वर मंदिर के पास कराया गया पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा
2021 में हुई बघो की मौत
31 जनवरी 2021 को VTR के गोबर्धन वन रेंज के सिरिसिया वन क्षेत्र के पास बाघ का शव बरामद किया गया था। जिसमें वर्चस्व की लड़ाई को लेकर एक बाघ ने दूसरे बाघ को मार डाला था।
13 अक्टूबर 2021 को VTR के मांगुराहा रेंज में एक बाघ का शव मिला था। मौत दो बाघों के आपसी संघर्ष के कारण हुआ था।
12 दिसंबर 2021 को एक बाघिन की मौत हुई थी। VTR के चकरसन मानपुर के खेत में बाघिन का शव मिला था। बाघिन की उम्र क़रीब 10 साल के आसपास है जो दो बार बच्चा भी जन्मा चुकी थी। बताते चलें कि पूर्व में बीटीआर में लगाए गए कैमरा द्वारा की गई गणना के अनुसार वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में बाघों की कुल संख्या 45 और शावकों की संख्या 8 बताई गई थी उसके बाद अब तक दो बाग और एक शावक की मौत हो चुकी है वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में खुरई बाघों की मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए भाकपा माले के सिकटा विधायक बिरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा है कि केंद्र सरकार द्वारा बाघों की देखरेख व सुरक्षा में करोड़ों रुपया खर्च किए जाने के बाद भी बाघों का मरना लगातार जारी है जो एक जो एक गंभीर जांच का विषय है