Bihar News-सोनपुर में मैट्रिक परीक्षा के 6 परीक्षा केंद्रों पर कुल 75 परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
सारण/सोनपुर ।
प्रथम पालियों में 8 परीक्षार्थी नकल करने के आरोप में हुई निष्कासित ,लड़कियां बन रही आत्मनिर्भर
सोनपुर । मैट्रिक परीक्षा के चौथे दिन सोनपुर के सभी 6 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। चौथे दिन प्रथम पाली में 48 जब कि दुतीय पाली में 27 परीक्षार्थी नकल करने के आरोप में कुल 75 परीक्षार्थी निष्कासित की गयी । कदाचार मुक्त परीक्षा के लेकर प्रशासन ने हर केंद्र पर पुलिस बल व मजिस्ट्रेट को तैनात कर दी थी ।
सोनपुर एसपीएस सेमीनरी ,शिशु संघ हाई स्कूल ,शिव दुलारी हाई स्कूल ,गर्ल हाई स्कूल पहाड़ीचक ,पीआर कॉलेज सोनपुर ,रामसुंदर दास महिला कॉलेज सोनपुर में सोमवार के दिन प्रथम व दुतीय पाली मेंसमाजिक विज्ञान की परीक्षा ली गई । जिसमें सोनपुर एसडीओ कुमार निशांत विवेक ,डीएसपी नवल किशोर ,डीसीएलआर सहित अन्य अधिकारियों ने 6 परीक्षा केंद्रों का दौरा कर चल रहे परीक्षा का जायजा लिया। इस संबंध में बताया गया कि प्रथम पाली में कुल 8 परीक्षार्थियों को पीआर कॉलेज में नकल करने के आरोप में निष्कासित किया दिया । सभी 6 परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा को संपन्न करने के लिए सोनपुर थानाध्यक्ष राजनंदन सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी ने चल रहे परीक्षा केंद्रों पर दौड़ा करते रहे । सोनपुर एसडीओ कुमार निशांत विवेक ने बताया कि चौथे दिन परीक्षा शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न हुई। एसडीओ ने बताया कि छह परीक्षा केंद्रों में कुल प्रथम पाली में 3179 परीक्षार्थियों को परीक्षा देना था जिसमें 3117 परीक्षार्थी परीक्षा दी । 48 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे जबकि द्वितीय पाली में 2760 परीक्षार्थियों को परीक्षा देना था जिसमें 2733 परीक्षार्थी ने परीक्षा दी 27 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। प्रथम पाली में 8 परीक्षार्थी नकल करने के आरोप में पीआर कॉलेज से निष्कासित हुई है । छह परीक्षा केंद्रों पर कुल 5933 परीक्षार्थियों को परीक्षा देना था जिसमें 5850 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी है। मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में यह देखा गया कि अधिकांश परीक्षार्थी स्वयं घर से परीक्षा देने के लिए पहुंच रहे हैं। यह बदलते माहौल मे स्वयं आत्मनिर्भर बनकर समाज को दिखा रही हैं कि लड़कियां लड़के से कम नही है । सोनपुर में सभी 6 परीक्षा केंद्र में पहुंच रहे हैं । परीक्षार्थी आपस में तालमेल बैठाकर एक साथ ही वह वाहन में बैठकर प्रतिदिन परीक्षा केंद्र पर पहुंचते हैं और परीक्षा देने के बाद वापस घर लौट जा रहे हैं । अब लड़के से कहीं लड़कियां हर क्षेत्र में आगे की ओर बढ़ रही है । कुछ ऐसे परीक्षार्थी हैं जो अपने घर के परिजनों या आसपास के लोगों के साथ आ रहे हैं लेकिन अधिकांश परीक्षार्थी बेझिझक परीक्षा देकर वापस लौट जा रहे हैं ।
छात्रों का मनोबल बढ़ाते देख कर ही अब उनके अभिभावक भी तनाव मुक्त नजर आ रहे हैं। समाज के लोगों को महिलाओं को आगे बढ़ाने और लड़कियों को आत्म बाल बढ़ाने के लिए उन्हें प्रेरित करने की जरूरत है जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके ।