Bihar News ज़हरीले मांस खाने से 5 गिद्धों की मौत, कई दुर्लभ प्रजाति के गिद्ध बीमार

संवाददाता मोहन सिंह बेतिया
इंडो नेपाल के सीमावर्ती नवलपरासी जिला अंतर्गत कवासोती में विषाक्त मांस खाने से पांच गिद्ध की मौत सोमवर हो गई । वहीं अन्य प्रजाति के करीब आधा दर्जन गिद्ध विषाक्त मांस खाने से बीमार भी हो गए है। ये सभी गिद्ध नवलपरासी जिला के पिठौली में गिद्ध के संरक्षण करने के लिए मध्यवर्ती वन क्षेत्र में बनाए गए जटायू रेस्टुरेंट के गिद्ध बताए जाते है।
जटायू रेस्टुरेंट के संचालक तथा गिद्ध संरक्षक डी बी चौधरी ने बताया की सोमवार की संध्या कवासोती नगरपालिका के वार्ड नंबर 11 लौकाहा खोला के पास कुछ गिद्ध को मृत अवस्था में देख स्थानीय निवासियों के द्वारा इसकी सूचना जटायू रेस्टुरेंट को दिया गया । घटनास्थल पर पहुंच कर देखा गया कि अति दुर्लभ प्रजाति के चार डूंगर गिद्ध तथा एक हिमाली गिद्ध घटनास्थल पर मृत अवस्था में पड़े हुए थे और इनके पास ही डूंगर प्रजाति के 6 गिद्ध तथा एक सोना गिद्ध को भी बीमार अवस्था में बरामद किया गया। जिसमें से एक डूंगर प्रजाति के गिद्ध की अवस्था अत्यंत गंभीर बताई जाती है। घटना स्थल के पास ही दो जंगली सियार के शव को देख कर अंदाजा लगाया जा रहा है कि
दोनो मृत सियार के मांस को खाने से ही सभी गिद्ध की मौत हुई है। जटायू रेस्टुरेंट के गिद्ध के हुए मौत को लेकर किए जा रहे प्रारंभिक अनुसंधान में पता चला है कि स्थानीय निवासियों के द्वारा जंगली सियार को मारने के लिए विष का प्रयोग किया गया होगा और विष के खाने से सियार की मौत हो गई होगी। फिर उन्हीं मृत सियार के विष युक्त मांस के खाने से जटायू रेस्चरेंट के गिद्ध की मौत हुई है।
मृत सभी गिद्ध का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। तथा विषयुक्त मांस खाने से बीमार हुए सभी गिद्ध को जटायू रेस्टुरेंट में ला कर उपचार किया जा रहा है। पीछले साल भी कवासोती के केरुंगे खोला के पास विष युक्त कुत्ता के मांस खाने से जटायू रेस्टुरेंट के 17 गिद्ध की मौत हो गई थी। जटायू रेस्टुरेंट के गिद्ध की लगातर हो रही मौत से गिद्ध के संरक्षण में लगे संरक्षनकर्मियो के बीच गिद्ध के संरक्षण को लेकर बहुत बड़ी चुनौती उत्पन्न हो गई है।