Ambedkar Nagar : सरयू नदी के तटीय गांव की हजारों एकड़ धान की फसल बाढ़ से बर्बाद

संवाददाता-पंकज कुमार । अंबेडकरनगर जिले के तहसील आलापुर क्षेत्र अंतर्गत सरयू नदी के तटीय गांव की हजारों एकड़ धान की फसल बाढ़ की विभीषिका में सरयू नदी के कीचड़ (गाद) में दब कर किसानों की कमाई नष्ट हो गयी जिससे अन्नदाताओं का अरमान पानी की भेंट चढ़ गया ।
बता दें कि ग्राम इटौरा ढोलीपुर, सराय हंकार, गोपालपुर, कमालपुर, घिनहापुर के किसानों के अरमानों पर सरयू नदी का पानी अपने साथ लाए बाढ़ की गाद( कचड़े) से हजारों एकड़ धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है।किसान तालुकदार सिंह,परमात्मा सिंह,यशवंत सिंह, राघवेंद्र सिंह,बिन्द्रा शर्मा, रामसुमेर यादव,गोमती यादव, झमई निषाद,लोकई गोंड़,नकछेद निषाद,संगम निषाद,बलजोर निषाद,रामकेश यादव,उदयभान यादव,नन्हें यादव आदि दर्जनों किसानों ने बताया कि बीते कई दशकों के बाद आई भीषण बाढ़ माझा कम्हरिया,आराजी देवारा के साथ-साथ सरजू नदी के तटीय गांव इटौरा ढोलीपुर,सराय हंकार,गोपालपुर, मुबारकपुर पिकार, कमालपुर पिकार,घिन्हापुर सहित अन्य गांवों के हजारों किसानों की लगभग 1000 एकड़ धान की फसलें बाढ़ की आगोश में आने से सड़ गयी और ऊपर से नदी का कीचड़ चढ़ गया जिससे फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी । किसानों का कहना है कि जीविकोपार्जन का एकमात्र साधन खेती ही है फसल डूब कर नष्ट हो जाने से सारे अरमान पर पानी फिर गया सरकार से सहायता ना मिली तो सभी किसान भुखमरी के शिकार हो जाएंगे। सामाजिक कार्यकर्ता मित्रसेन ,व भावेश सिंह गंगे ने बाढ़ प्रभावित किसानों की मांग उच्चाधिकारियों तक पहुंचा कर किसानों की सहायता की मांग की है । इस संबंध में उपजिलाधिकारी आलापुर धीरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों का मेरे द्वारा स्थलीय निरीक्षण किया गया है और आकलन संबंधित कर्मचारियों द्वारा कराया जा रहा है।आंकलन के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा।अन्नदाता प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना प्राकृतिक आपदा का लाभ पाने से वंचित हो जाते हैं जिससे उनकी मेहनत मजदूरी के साथ लागत भी मुवावजा राशि से नही मिल पाती जिसका मलाल किसानों को है।