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Agra News: बदल गया बैंकों का समय लेकिन नहीं बदला कर्मचारियों का रवैया

संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज

बाह: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए नियमों के मुताबिक सोमवार से सभी बैंक, फॉरेक्स व सिक्योरिटी मार्केट के खुलने का समय सुबह 9 बजे से कर दिया गया लेकिन कर्मचारियों के रवैए में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला।

सुबह  9:55 तक कैनरा बैंक में नहीं पहुंचे कर्मचारी

पहले दिन बैंको में कर्मचारी रोजाना की भांति 10 बजे ही पहुंचे जिससे कामकाज प्रभावित रहा और उपभोक्ता बैंकों के गेट पर कर्मचारियों के आने का इंतजार टकटकी लगाए करते दिखे। बता दें कि सरकार भ्रष्टाचार,कर चोरी,जेबकटी जैसी घटनाओं को रोकने के लिए लेनदेन के लिए नकदी के बजाय डिजिटल पेमेंट पर ज्यादा जोर दे रही है जिसे लेकर अब उपभोक्ता भी जागरूक होते नजर आ रहे हैं।

कैनरा बैंक के कर्मचारियों के आने का इंतजार करता उपभोक्ता

ग्रामीण क्षेत्र में भी उपभोक्ता डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन बैकों के कर्मचारियों की मनमानी के चलते उपभोक्ताओं को बैंकिंग सेवाओं का उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। कस्बे की भारतीय स्टेट बैंक, केनरा बैंक, आर्यावर्त बैंक में कर्मचारियों का उपभोक्ताओं के साथ उपेक्षा पूर्ण व्यवहार व मनमानी पूर्ण रवैया के चलते आए दिन उपभोक्ताओं को बैंकिंग सेवाओं के इस्तेमाल में समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

 

कैनरा बैंक में खाली पड़े काउंटर इंतजार करते उपभोक्ता

बैंकों के खुलने का समय तो निश्चित रहता है लेकिन कर्मचारियों के काम करने का समय निश्चित नहीं रहता। उपभोक्ताओं को सहूलियत और आर्थिक क्षेत्र को प्रगति देने के उद्देश्य से रिजर्व बैंक द्वारा बैंकों के खुलने का समय सुबह एक घंटे बढ़ा दिया गया है जिसके मुताबिक अब बैंक सुबह 10 बजे के बजाय सुबह 9 बजे से उपभोक्ताओं को सेवाएं देंगे लेकिन पहले दिन ही कस्बे की बैंक शाखाओं में बैंक कर्मचारियों के द्वारा रिजर्व बैंक के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए देखी गई। बात भारतीय स्टेट बैंक की हो या केनरा बैंक की दोनों ही शाखाओं में कर्मचारी सुबह सुबह 10 बजे ही पहुंचे जबकि उपभोक्ता सुबह 9 बजे ही बैंकों के बाहर बैंक खुलने का इंतजार करते दिखे। उपभोक्ता बैंक कर्मियों की मनमानी से खासे नाराज दिखे।

Agra News: बदल गया बैंकों का समय लेकिन नहीं बदला कर्मचारियों का रवैया

स्टेट बैंक शाखा खुलने का इंतजार करते उपभोक्ता

बैंक के बाहर खड़े लोगों का कहना था कि इन शाखाओं में बैंक कर्मचारियों की मनमानी आम बात है। वह न तो उपभोक्ताओं से सीधे मुंह बात करते हैं और न ही समय से शाखा में काम करते हैं। बड़ा सवाल यह है कि आरबीआई के आदेशों की धज्जियां उड़ाने वाले भारतीय स्टेट बैंक व केनरा बैंक की शाखा में सुबह लेट पहुंचे कर्मचारियों पर जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही कर पाएंगे।

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जनवाद टाइम्स