Agra News: धूप में खड़े मरीजों की कबरेज करने पर बौखलाए सीएचसी के डॉक्टर
पत्रकार के साथ धक्का मुक्की कर छीना मोबाइल फोन

संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज
बाह: सरकार के लाख प्रयास के बाद भी प्रदेश में पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार व बदतमीजी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद आगरा के बाह कस्बा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिला जब ओपीडी में 6 माह के बच्चे को दवा दिलाने आयी महिला व अन्य मरीज बाहर धूप में खड़े होकर डॉक्टरों के बैठने का इंतजार कर रहे थे जबकि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर एसी केबिन में बातों में मशगूल थे । लोगों को तपती धूप में बाहर खड़े देख एक मीडिया कर्मी ने कैमरे से फोटो खींच लिए।
बाहर धूप में खड़े मरीज इंतजार करते हुए
पत्रकार को कबरेज करते समय अंदर केबिन में बैठकर बातें कर रहे डॉ पुष्पेंद्र ने देख लिया और देखते ही वह अपने अन्य साथी डॉक्टरों को पुकारते हुए केबिन से निकलकर बाहर कबरेज कर रहे मीडियाकर्मी की ओर दौड़ पड़े। डॉ ने पत्रकार के साथ धक्का मुक्की करते हुए मोबाइल छीन लिया और स्वास्थ्य केंद्र से बाहर जाने की धमकी देने लगे।डॉ ने धमकाते हुए कहा कि मैं तो सीएचसी से ट्रांसफर हो जाऊंगा लेकिन पत्रकारों को ठीक कर दूंगा।
पत्रकार का फोन छीनने के लिए दौड़े पत्रकार लाल घेरे में
देखा जाय तो एक ओर तो सरकार से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तक सरकारी अस्पतालों की दिशा और दशा सुधारने के लिए अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर रहे हैं साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों को मरीजों के साथ सद्व्यवहार करने के निर्देश भी दे चुके हैं वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में न तो स्वास्थ्य सेवायें बेहतर हो पा रही हैं और न ही तैनात डॉक्टरों का मरीजों के साथ बर्ताव सुधरने का नाम ले रहा है।अगर बाह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो यहाँ तैनात स्वास्थ्य कर्मी न तो समय से ओपीडी में बैठते हैं और न ही मरीजों के साथ सही वर्ताव करते हैं। कई बार इस स्वास्थ्य केंद्र में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों के मरीजों के साथ अभद्रता करने के मामले मीडिया द्वारा अधिकारियों के सामने लाये गए लेकिन इन पर कार्यवाही न होने से उनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।पत्रकार के साथ अभद्रता किए जाना स्वास्थ्यकर्मियों की दबंगई को उजागर कर रहा है। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन ने पत्रकार के साथ हुई अभद्रता पर मुख्यचिकित्सा अधिकारी सहित स्वास्थ्य मंत्री व मुख्यमंत्री से ट्विटर के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई है।
दो दिन पहले ओपीडी बंद की खबर चलाने से बौखलाए हैं स्वास्थ्यकर्मी
प्रत्येक सीएचसी व पीएचसी में लोग सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी में परामर्श व निःशुल्क दवा ले सकते हैं।कागजी सुविधाओं की बात करें तो यह सभी बाह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लोगों को मिल रहीं हैं लेकिन वास्तविकता इसके उलट है स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मचारी कभी नियत समय पर अस्पताल में नहीं आते और जब आते हैं तो इक्का दुक्का ही औपचारिकता पूरी करने के लिए बाकी काम फार्मासिस्ट पर छोड़ वापस चले जाते हैं।
सोमवार को प्रकाशित खबर में ओपीडी की तस्वीर
डॉक्टरों की लापरवाही व अनुपस्थिति की इसी खबर को सोमवार 18 अप्रैल को मीडिया ने उछाला था। जिससे स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉ पुष्पेंद्र बौखलाए हुए हैं। गुरुवार को सुबह फिर से अस्पताल में कबरेज करने पर डॉक्टर पुष्पेंद्र आक्रोश में आ गए और पत्रकार के साथ धक्का मुक्की कर धमकाते हुए मोबाइल फोन छीन लिया।