Agra News: ग्लोबल हैंडवाशिंग डे पर विशेष

संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज
सही से हाथ धुलें: बीमारियों से बचें
आगरा: कोरोना काल मे हर एक व्यक्ति को स्वच्छता की अहमियत समझ आ गयी होगी खासकर हाथों की।हाथों को स्वच्छ रखकर कोरोना ही नहीं बल्कि कई अन्य तरह की संक्रामक बीमारियों से बचा जा सकता है क्योंकि हाथ ही वह माध्यम हैं जिनके द्वारा मुंह व नाक के रास्ते कई बीमारियाँ शरीर के अन्दर प्रवेश कर जाती हैं । इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए हर साल ग्लोबल हैंडवाशिंग डे यानी विश्व हाथधुलाई दिवस मनाया जाता है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि हाथों को साफ रखने से कई बीमारियों से बचा जा सकता है। पांच साल तक के बच्चों में 30 प्रतिशत डायरिया के मामले हाथ की गंदगी के कारण होते हैं अगर हाथों की स्वच्छता का पूरा ख्याल रखा जाए तो इससे बचाव हो सकता है। शुरूआती दिनों में बच्चे इसी बीमारी की चपेट में कई बार आते हैं क्योंकि वह इधर-उधर चीजों को छूने के बाद ऊँगली मुंह में डाल लेते हैं या तो उन्हीं अनदेखी गंदगी से भरे हाथों से कुछ खा पी लेते हैं और वही डायरिया का प्रमुख कारण बनता है । लम्बे समय तक डायरिया की चपेट में रहने से बच्चे कुपोषण की भी जद में आ जाते हैं जो कि उनके पूरे जीवन चक्र को प्रभावित करता है ।
इसलिए जरूरी है कि बचपन में ही हाथों की सही सफाई की आदत बच्चों में डालें और इसे उनके व्यवहार में शामिल करने की कोशिश करें । यह ध्यान रहे कि मां बच्चे को छूने व स्तनपान कराने से पहले, खाना बनाने व खाने से पहले, खांसने-छींकने के फ़ौरन बाद, बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद और शौच के बाद साबुन और पानी से 40 सेकेण्ड तक अच्छी तरह से हाथों को अवश्य धोएं । कोरोना से बचने के लिए बाहर से घर आने पर साबुन-पानी से पहले हाथ व पैर अच्छी तरह धुलें तभी अन्दर प्रवेश करें । इसके अलावा किसी वस्तु को छूने के बाद भी हाथों को धुलें या सेनेटाइज करें ।
हाथों को कैसे धुलें
हाथों को धुलने के लिए SUMAN K छह चरणों का सहारा लिया जा सकता है।जिसके अंतर्गत
एस का मतलब है पहले सीधा हाथ साबुन और पानी से धुलें,
यू का मतलब उलटा हाथ धुलें,
एम का मतलब मुठ्ठी को रगड़-रगड़कर धुलें,
ए का मतलब अंगूठे को धुलें,
एन का मतलब नाखूनों को धुलें और के का मतलब है कलाई को अच्छी तरह से धुलें ।
इस विधि से हाथों की सफाई की आदत बच्चों में बचपन से ही डालनी चाहिए और उसकी अहमियत भी समझानी चाहिए ।
हाथों की स्वच्छता का रखें खास ख्याल :
* खाना बनाने और खाना खाने से पहले
* शौच के बाद
* नवजात शिशु को हाथ लगाने से पहले
* खांसने या छींकने के बाद
* बीमार व्यक्तियों की देखभाल के बाद
* कूड़ा-कचरा निपटान के बाद