Agra News: महेवा मंदिर में कांवड़ियों ने शिव का किया जलाभिषेक अभिषेक

संवाद जनवाद टाइम्स न्यूज
शिव भक्त 200 किलोमीटर की दूरी तय की 7 घण्टे में
तूफानी डाक कावड़ यात्रा का युवाओ में दिखा जोश स्वागतम में उमड़ा जन सैलाब
पिनाहट: सावन के तीसरे सोमवार को करकोली गांव में प्राचीन मंदिर महेवा मंदिर पर युवा भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का गंगाजल से अभिषेक किया। कावणिए दो सौ किलोमीटर दूर सोरो घाट से डाक कावड लेकर 7 घंटे में ही यहाँ पहुँच गए।कावड लेकर पहुँचे शिव के सभी भक्तों ने सुबह 8 बजे महेवा मंदिर में जलाभिषेक किया।
भक्त शेरू परिहार ने बताया कि रविवार रात 12 बजे से डाक कावड़ यात्रा प्रारभं की। करकोली गांव में स्थित महेवा मंदिर पर करीब 10 साल से लगातार प्रत्येक सोमवार को तूफानी ग्रुप के सभी सदस्य दर्शन करने के लिए जाते है।ऐसा बताया जाता है कि यह बहुत पुराना व प्राचीन मंदिर है जो कि चबंल के नजदीक एक टापू पर स्थित है इसकी पूजा अर्चना के लिए हजारो की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।यहाँ भक्तों की लंबी लाइन लगती है। भक्त प्रितदिन प्रातः काल दर्शन करते है ।इस मंदिर की एक खासियत है कि सुबह करीब 4 बजे स्वयं एक लिंग व शिवालय के ऊपर प्रतिदिन पुष्प जलाभिषेक होता है।
आज तक किसी ने इस रहस्य का पता नही कर पाया है कौन भक्त है जो हर रोज पुष्प अर्पित व जलाभिषेक करता है। इस दौरान भक्त पूर्व भारतीय सैनिक अवधेश तौमर, शेरा परिहार, कौशल तौमर, अमन राजावत, निशांत ठाकुर, आकाश पाराशर, पंकज तौमर ,प्रशांत तौमर, अवधेश सिंह उर्फ गुरुजी, नीरज तौमर, विवेक सिकरवार, दयालु तौमर, अमित पाराशर, सनी सिकरवार,दीपक कटारे आदि भक्त मौजूद रहे ।
राष्टीय बजरंग दल के कट्टर कार्यकताओ ने फूल मालाओं व पुष्प वर्षा से किया डाक कावड का स्वागत
डाक कावड़ यात्रियों की सुबह से ही भोले के भक्तों ने आगवानी की। पिनाहट के युवाओ ने अपना दमखम दिखाया उनके स्वागतम के लिए महिलाओं व पुरुषों की लंबी लाइन देखने को मिली। कस्बा वासियों ने दाऊजी मंदिर राजा खेड़ा रोड पर पुष्प वर्षा की।
टीचर्स कालोनी के युवा भक्त तूफानी ग्रुप के सदस्य द्वारा डाक कावड़ सोरो घाट से रविवार रात को गंगाजल लेकर आए पिनाहट पहुँचते ही सुबह 6 बजे से उन पर फूलमलाओ व पुष्पवर्षा की गई। इस दौरान हिंदूवादी नेता चंद्रशेखर चौहान, रामजीलाल तौमर, सुनील शर्मा, डॉ नोवत सिकरवार,मोनू चौहान, शेर सिंह तौमर, पिंटू पाराशर व अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।