Agra News: आचार्य श्री विराग सागर जी महाराज का बाह में हुआ मंगल प्रवेश

सुशील चंद्रा : कस्बा बाह में जैन मुनि परमपूज्य साहित्य महोदय राष्ट्रसंघ गणाचार्य श्री 108 विराग सागर जी महाराज (53 पिच्छी) ससंग विहार करते हुए पहुँचे। मंगल प्रवेश के समय ढोल नगाड़ों के साथ बाह में श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में में प्रवेश हुआ जहाँ इनके रुकने की व्यवस्था की गयी। वही महाराज जी ने कर्म की व्याख्या को बताते हुए बताया अतीत के कर्म उदय से वर्तमान मे जो क्रिया संपन्न होती है, उससे हमारे भविष्य का निर्माण होता है। जब तक कर्म का उदय नहीं होगा, तब तक नवीन कर्म का बंध उत्पन्न नहीं होगा।
प्रवचन के बाद महाआरती का आयोजन किया गया जिसमें समस्त बाह के जैन समाज के लोगों ने भाग लिया।महामुनि राज विराग सागर जी ने बाह के मंदिरों के दर्शन किए और दोपहर 3 बजे बाह से बटेश्वर शौरीपुर के लिए विहार कर गए। वे 5 बजे बटेश्वर पहुँचे जहाँ उनका धूमधाम से स्वागत किया गया।
इस बीच जैतपुर, बाह, शिकोहाबाद, फिरोजाबाद, सिरसागंज, शमशाबाद से लोग उनके स्वागत के लिए पहुँचे।अभी आचार्य विराग सागर जी महाराज 2 दिन शौरीपुर ही रुकेंगे।
इस मौके पर सतीश चंद्र जैन,विनोद जैन, सपन जैन,अखिल जैन,नवीन जैन,दिनेश जैन, प्रकाश जैन,अमित जैन हैप्पी जैन,मनीष जैन, मनोज जैन, आशीष जैन,प्रासू जैन, हर्षित जैन, सिब्बू जैन,स्नेह लता जैन,नीलम जैन शिल्पी जैन,अंजली जैन, आदि लोग उपस्थित रहे।