Bihar News-झमा झम वारिस होने से घुसा घर मे पानी

संवाददाता–राजेन्द्र कुमार
वैशाली/हाजीपुर प्रखंड क्षेत्र के अंधरबाड़ा पंचायत के बरांटी गांव के वार्ड संख्या (4)मे संतोष कुमार पिता,राजेन्द्र सिंह, एवं गजेन्द्र सिह पिता,स्व,त्रिवेणी सिह के घर मे वारिस का पानी घुसने की खबर सामने आयी है। कल आधी रात से जो झमा झम वारिस हूआ है उससे किसानो मे खुशी लहर दौड़ गई है।लेकिन बहुत लोगो के घर मे वारिस की पानी से तबाही भी मच गई है।
बता दे कि कही खुशी हूई तो कही तबाही मच गया।यहाँ तक कि जिनके दरबाजे पर मिट्टी भराई नही होने के वजह से तबाही हूआ।कुछ साल पहले सरकार के तरफ से मिट्टी भराई का काम चल रहा था।जहाँ पर 20टेलर मिट्टी भरना था वहां पर दस टेलर ही मिट्टी गिराई गई थी।जिससे पूरा मिट्टी भराई नही हूआ।जहां पर गहराई था वह भरा नही।जो मिट्टी भरा गया वह भी वारिस मे बह गया।अगर पूरी तरह मिट्टी भरा जाता तो वहां पर मिट्टी नही बहता।लेकिन पंचायत प्रतिनिधि लोग ऐसा किये नही।यहाँ तो शुसासन की राज्य है।
सात निश्चय योजना मे सब काम कराना था।लेकिन ऐसा होता नही है।लेकिन जनता को मजबूरी है।जनता किस से अपनी मजबूरी सुनाने जाएं।आज हर मुसीबत जनता को झेलना पड़ रहा है।अगर उस दिन दरबाजे पर पूरी मिट्टी का भराई होता तो आज ऐसी परेशानी नही होता।कच्चा मकान है।जनता को तो सरकार चुनने का सिर्फ अधिकार है।सरकार के तरफ से जो योजना आते रहता है।वह योजना गरीब जनता को कहाँ नसीब होता है।भारत सरकार हो या राज्य सरकार हो वह तो विकास के लिए पैसे देती है।लेकिन गरीब तक आधा से कम ही विकास का पैसा पंहुच पाता है।यह बात मै नही कह रहा हूं यहां की जनता कहती है।एक लोगो का मानना है कि एक दिन वारिस मे दरबाजे पर और घर मे पानी चला गया।अगर काफी वर्षा होने लगे तो क्या स्थिति होगा।जबकि कल जो वर्षा हूआ वह काफी दिलचस्प हूआ।यह वर्ष सब्जी के लिए और फसल के लिए लाभदायक है।लोगो का यह भी कहना है कि व वर्षा नही होने से सब्जी का दाम आकाश पर चढ गया था।लेकिन अब सब्जी की खेती मे लाभदायक सिद्ध होगा।सब्जी सस्ती होगी।और लोग धान का बिज भी गिराएगे।इस वर्षा से किसी मे खुशी भी है और किसी को नूकसान भी हूआ।जैसे किसी आदमी के दरबाजे पर काफी पानी जम गया है तो स्वभाविक है उस आदमी को आने जाने मे कठिनाई तो जरूर होगा ही।अभी तक पंचायत के प्रतिनिधि गण संतोष कुमार एवं गजेन्द्र सिह के दरबाजे पर पानी जमा है पंचायत के मुखिया या वार्ड सदस्य देखने से परहेज किया।पंचायत के निवासी से सिर्फ वोट चाहिए।विकास करना वह मुनासिब नहीं समझे।